नई दिल्ली। विपक्ष के रवैये को देखते हुए आज भी संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रहने के आसार हैं। पेगासस जासूसी प्रकरण की जांच कराए जाने की मांग को लेकर विपक्षी दलों ने अब तक सदन कार्यवाही नहीं चलने दी है। पेगासस मुद्दे पर रणनीति बनाने के लिए राज्यसभा के विपक्षी दलों के नेता आज बैठक करेंगे। विपक्ष ने साफ कर दिया है कि जब तक सरकार चर्चा के लिए राजी नहीं होगी तब तक संसद का संग्राम ठप नहीं होगा। वहीं, सरकार ने लोकसभा में दो और राज्यसभा में एक विधेयक पारित कर यह साफ संदेश दे दिया है कि विपक्ष के दबाव की उसे परवाह नहीं।
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हम चाहते हैं कि पेगासस मुद्दे पर चर्चा हो और उनमें प्रधानमंत्री और गृह मंत्री उपस्थित रहें… अगर चर्चा करने दिए तो सदन चलेगा अगर चर्चा नहीं करने दिए तो रूक जाएगा। हम ऑल पार्टी मीटिंग बुलाए हैं, इसमें सभी मिलकर निर्णय लेंगे: कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे
कांग्रेस के लोकसभा सांसद आज सुबह साढ़े दस बजे कांग्रेस संसदीय दल कार्यालय में बैठक करेंगे। वहीं, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने ‘पेगासस प्रोजेक्ट’ मुद्दे पर चर्चा की मांग करते हुए स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। कांग्रेस सांसद बी मनिकम टैगोर ने भी लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है जिसमें पेगासस मुद्दे पर प्रधानमंत्री या गृह मंत्री की उपस्थिति में चर्चा की मांग की गई है।
हंगामे के बीच विधेयक पारित
विपक्ष के हंगामे को अनसुना करते हुए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने अनुपूरक मांगों के साथ विनियोग विधेयक और दिवालिया कानून में संशोधन से जुड़े विधेयक पारित करा लिए। आज भी सरकार का पूरा ध्यान बीलों को पास कराने पर ही होगा।
विपक्ष के कार्यस्थगन प्रस्ताव को स्पीकर ने किया खारिज
लोकसभा में राहुल समेत विपक्षी नेताओं के जासूसी कांड पर कार्यस्थगन प्रस्ताव के नोटिस को स्पीकर ने खारिज कर दिया और भारी हंगामे के बीच पूरा प्रश्नकाल चलाया। इस दौरान विपक्षी सदस्य पूरे समय वेल में जमकर नारेबाजी करते रहे और आसन के अलावा सत्तापक्ष से उनकी नोक–झोंक चलती रही।
राज्यसभा में मुश्किल से चला प्रश्नकाल
बुधवार को राज्यसभा करी कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद हंगामे के चलते स्थगित करनी पड़ी। उपसभापति हरिवंश ने 12 बजे शुरू हुए प्रश्नकाल को करीब 40 मिनट तक भारी शोर-शराबे में ही चलाया और फिर दो बजे तक सदन स्थगित हुआ। महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने किशोर न्याय, देखभाल-संरक्षण संशोधन विधयेक को शोर-शराबे में ही ध्वनिमत से पारित करा लिया।