राज्यसभा जाएंगी पप्पू यादव की पत्नी, कांग्रेस ने बिहार की रंजीत रंजन को छत्तीसगढ़ से बनाया प्रत्याशी

राज्यसभा जाएंगी पप्पू यादव की पत्नी, कांग्रेस ने बिहार की रंजीत रंजन को छत्तीसगढ़ से बनाया प्रत्याशी
  • मधेपुरा के पूर्व सांसद व जनअधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव की पत्नी को कांग्रेस राज्यसभा भेजेगी। छत्तीसगढ़ से कांग्रेस ने रंजीत रंजन को राज्यसभा का टिकट दिया है। रंजीत रंजन लोकसभा सांसद रह चुकी हैं।

पटना। राज्यसभा की 57 सीटों पर 27 जून को चुनाव होने हैं। 31 मई को नामांकन की तारीख है। भाजपा के बाद रविवार को कांग्रेस ने भी अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। मधेपुरा के पूर्व सांसद व जनअधिकार पार्टी (जाप) के अध्यक्ष पप्पू यादव की पत्नी को कांग्रेस राज्यसभा भेजेगी। छत्तीसगढ़ से कांग्रेस ने रंजीत रंजन को राज्यसभा का टिकट दिया है। रंजीत रंजन लोकसभा सांसद रह चुकी हैं। रंजीत के साथ ही छत्तीसगढ़ से ही कांग्रेस ने राजीव शुक्ला को भी टिकट दिया है। कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव के लिए 10 प्रत्याशियों के नाम की पहली सूची कर दी है। कांग्रेस ने हरियाणा से अजय माकन, कर्नाटक से जयराम रमेश, मध्य प्रदेश से विवेक तन्खा, महाराष्ट्र से इमरान प्रतापगढ़ी और तमिलनाडु से पी चिदंबरम को प्रत्याशी बनाया गया है। वहीं राजस्थान से रणदीप सिंह सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी को उम्मीदवार बनाया है।

छत्तीसगढ़ से कांग्रेस के टिकट पर राज्यसभा की उम्मीदवार बनाई गईं रंजीत रंजन एक सक्रिय टेनिस खिलाड़ी रही हैं। मधेपुरा के पूर्व सांसद पप्पू यादव से विवाह करने के एक साल के अंदर वे स्वयं भी राजनीति में आ गईं। रंजीत 1994 से राजनीति में सक्रिय हैं। राजनीति जीवन की शुरुआत रंजीत ने सुपौल विधानसभा क्षेत्र से की, लेकिन वे चुनाव जीत नहीं सकीं। 2004 में रंजीत रंजन ने लोक जनशक्ति पार्टी के टिकट सहरसा से लोकसभा से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। बाद में परिसीमन के बाद सहरसा सीट के स्थान पर सुपौल क्षेत्र बना। इस सीट से रंजीत ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा पर जदयू उम्मीदवार से पराजित हुईं। 2014 में उन्होंने सीमांचल और कोसी में कांग्रेस की उम्मीद को जिंदा रखते हुए मोदी लहर के बावजूद सुपौल सीट जीती। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। अब कांग्रेस रंजीत को राज्यसभा भेज रही है।

विदित हो कि राज्यसभा में कांग्रेस की आठ सीटें खाली हो रही हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम, अंबिका सोनी, जयराम रमेश, कपिल सिब्बल, छाया शर्मा, विवेक तन्खा आदि नेता शामिल हैं। गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, प्रमोद तिवारी, कुमारी शैलजा, संजय निरूपम, राजीव शुक्ला, राज बब्बर को दोबारा मौके का इंतजार था। पार्टी ने पी चिदंबरम, जयराम रमेश, विवेक तन्खा, प्रमोद तिवारी और राजीव शुक्ला पर दोबारा भरोसा जताया है।

 

 


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