पंकज चौधरी को यूपी बीजेपी की ‘कमान’, योगी के गढ़ से विपक्ष के PDA दांव की काट

पंकज चौधरी को यूपी बीजेपी की ‘कमान’, योगी के गढ़ से विपक्ष के PDA दांव की काट

New Delhi : केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी उत्तर प्रदेश भाजपा के नए अध्यक्ष हाेंगे। यूपी भाजपा अध्यक्ष पद के लिए उन्हाेंने शनिवार काे अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।

उनके खिलाफ किसी ने नामांकन नहीं किया ताे पंकज भाजपा उत्तर प्रदेश (UP BJP President) के नए चौधरी हाे गए। पंकज चौधरी ने पार्षदी से राजनीति की शुरुआत की और केंद्र सरकार में मंत्री तक बने।

विपक्ष का PDA फॉर्मूला अपनाया

पार्टी में इसे विपक्ष के पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फॉर्मूले की काट के तौर पर भी देखा जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष की रेस में प्रमुख लोगों में महाराजगंज के सांसद व केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ही थे, जिन्होंने शनिवार को नामांकन भरा।

कौन हैं पंकज चौधरी?

कुर्मी बिरादरी से आने वाले पंकज सात बार के सांसद हैं और गोरखपुर के रहने वाले हैं। गौरतलब है कि इसी क्षेत्र से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी हैं। पंकज चौधरी अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। ये वही पंकज चौधरी हैं, जिनके घर एक बार 200 मीटर पैदल चलकर पीएम मोदी गए थे।

केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा का भी नाम चर्चा में है था। वह राज्यसभा सदस्य हैं और लोध बिरादरी से आते हैं। इसके अलावा राज्यसभा सदस्य बाबूराम निषाद, पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह, प्रदेश महामंत्री अमर पाल मौर्य व साध्वी निरंजन ज्योति का भी नाम चल रहा था। दलित चेहरों में विनोद सोनकर, विद्या सागर सोनकर व जुगल किशोर का नाम भी रेस में था।

पंकज चौधरी के प्रस्तावक बने सीएम योगी आदित्यनाथ

पंकज चौधरी के प्रस्तावकाें में मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री कैशव प्रसाद माैर्य व ब्रजेश पाठक, स्मृति ईरानी,स्वतंत्र देव सिंह,सूर्य प्रताप शाही, ए के शर्मा, कमलेश पासवान असीम अरुण, सुरेश कुमार खन्ना व बेबी रानी मौर्य हैं।

17वें प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा 14 दिसंबर (रविवार) को होगी। केंद्रीय चुनाव अधिकारी व केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल 14 दिसंबर को प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा करेंगे। रविवार को चुनाव डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय परिसर स्थित डॉ. आंबेडकर सभागार में होगा।

रविवार को केंद्रीय पदाधिकारी, प्रदेश पदाधिकारी, सांसद, विधायक, महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष, मंडल अध्यक्षों तक को बुलाया गया है। करीब 3500 पदाधिकारियों के पहुंचने का अनुमान है।