व्यापारियों के पथ प्रदर्शक थे पंडित श्याम बिहारी मिश्रा: टण्डन

- सहारनपुर में पं. श्याम बिहारी मिश्रा के चित्र पर पुष्प अर्पित करते व्यापारी।
सहारनपुर। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मण्डल की जिला इकाई द्वारा देश के व्यापारियों के मसीहा, प्रेरणास्रोत व सबसे लोकप्रिय पंडित श्याम बिहारी मिश्रा की 86वीं जयंती की पूर्व संध्या पर स्थानीय गांधी पार्क स्थित प्रभु जी की रसोई के प्रांगण में गरीब व जरूरतमंद लोगों को नि:शुल्क भोजन वितरित किया गया। इस अवसर पर उपस्थित व्यापारी प्रतिनिधियों ने पं. श्याम बिहारी मिश्रा के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए व्यापारी एकता एवं व्यापारी हितों की रक्षा के लिए मिश्रा जी द्वारा दिये गये संदेशों के अनुरूप संगठन के लिए निष्ठापूर्वक कार्य करने का संकल्प दोहराया।
जिलाध्यक्ष शीतल टण्डन ने कहा कि पं. श्याम बिहारी मिरा देश के व्यापारियों के पथ प्रदर्शक थे और उन्होंने निरन्तर पांच दशक से भी अधिक समय तक देश के व्यापारियों को एक कर व्यापारी हितों के संघर्ष और सफलता की राह दिखाई। श्री टण्डन ने कहा कि श्री मिश्रा चार बार कानपुर के बिल्हौर संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीतकर लोकसभा में पहुंचे लेकिन उनके द्वारा हमेशा व्यापारी हितों के लिए संघर्ष किया गया। उन्होंने कहा कि वेद पुराणो से लेकर अंग्रेजी काल तक सेठ साहूकार, भामाशाहों की पदवियों से अंलकृत व्यापारी समाज को स्वतंत्र समाज में अपना खोया हुआ सम्मान व स्थान प्राप्त करने में देश के व्यापारी मिश्रा जी की उपलब्धियों को सदैव याद रखेंगे और उनके बताये हुए संदेशों का अनुसरण करेंगे।
श्री टण्डन ने कहा कि भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उ.प्र. उद्योग व्यापार मण्डल के प्रांतीय अध्यक्ष के रूप में मिश्रा जी का यह संदेश था कि प्रत्येक व्यापारी एक आदर्श नागरिक बने और राष्ट्रीय एकता सदभावना और जरूरतमंदों की सहायता में हमेशा अग्रणीय भूमिका निभाये और व्यापार मण्डल के सदस्य या पदाधिकारी के रूप में निरन्तर सक्रिय व अनुशासित रहते हुए व्यापार मण्डल के कार्यक्रमों को सफल बनायें और व्यापारी हितों के संघर्ष में सदैव तत्पर रहे।
इस अवसर पर मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष शीतल टण्डन, जिला महामंत्री रमेश अरोडा, जिला कोषाध्यक्ष राजीव अग्रवाल, जिला संयोजक कर्नल संजय मिडढा, संजीव सचदेवा, मुरली खन्ना, भोपाल सिंह सैनी, हरविन्दर मोहन, कमल चौहान, शैलेन्द्र मोहन, शिव कुमार, अंकुश कर्णवाल आदि बड़ी संख्या में व्यापारी प्रतिनिधियों ने जरूरतमंदों को भोजन वितरित किया।