पाक का विदेशी मुद्रा भंडार 3 अरब डॉलर से कम बचा, IMF से भी डील हुई फेल
New Delhi : भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) धीरे-धीरे कंगाली की तरफ बढ़ रहा है. इस वक्त पाकिस्तान की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि न तो उसके बाद विदेशी मुद्रा भंडार बचा है और न ही उसे कोई कर्ज देने के लिए तैयार है. पाकिस्तान के पास फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व (Pakistan foreign exchange reserve) 3 अरब डॉलर से भी कम बचा है तो वहीं ऋण अदायदी पर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ डील फेल हो गई है.
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) ने कहा कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार (Pakistan foreign exchange reserve) 170 मिलियन डॉलर घटकर 2.9 बिलियन डॉलर हो गया है. साथ ही आईएमएफ ने भी मुंह फेर लिया है, जोकि पाकिस्तान के लिए बहुत ही बुरी खबर है. हालांकि, इससे पहले पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार को उम्मीद थी कि पाकिस्तान सरकार और आईएमएफ के बीच सकारात्मक बातचीत के बाद 7 अरब डॉलर का लोन जल्द ही मिल जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जबकि पाकिस्तान सरकार (Pakistan Government) आईएमएफ की सभी शर्तों को मानने के लिए तैयार था, लेकिन IMF ने लोन देने से इनकार करते हुए कहा कि पहले ही सबकुछ जाना चाहिए था.
आईएमएफ (IMF) से लोन न मिलने की वजह से पाकिस्तान (Pakistan) में आर्थिक मंदी और महंगाई सातवें आसमान पर है. ऐसे में पीएम शहबाज शरीफ के लिए सरकार चलाना भारी पड़ रहा है. आरिफ हबीब लिमिटेड की एक रिपोर्ट के अनुसार 2014 के बाद पाक का यह विदेशी मुद्रा भंडार (Pakistan foreign exchange reserve) सबसे कम है. ऐसे में पाकिस्तान (Pakistan) के लोगों के लिए दो वक्त की रोटी का इंतजाम करना भारी पड़ रहा है. अगर पाकिस्तान (Pakistan) की ऐसी ही स्थिति रही तो वहां श्रीलंका के जैसे हालात हो जाएंगे.