ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए पाकिस्तान के आतंकी, पहली बार लश्कर-ए-तैयबा खुलेआम आयोजित कर रहा बड़ी रैली

इस्लामाबादः पाकिस्तान में भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद से जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे बड़े आतंकी संगठन बौखलाए हुए हैं। भारत के हमले में तबाह हुए पाकिस्तान के सभी आतंकी संगठन खुद को फिर से खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं। भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार आतंकी संगठन लश्कर- ए तैयबा की पाकिस्तान में खुलेआम बड़ी रैली होने जा रही है।
लश्कर दिखाएगा अपनी ताकत
ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने लश्कर हेडक्वार्टर को मिट्टी में मिला दिया था। भारत के हमले में तबाह होने के बाद लश्कर इस विशाल खुली रैली के तहत फिर से अपनी ताक़त का प्रदर्शन करना चाहता है। भारत के ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकाने मिसाइल हमले में तबाह हुए थे और इस दौरान कम से कम 100 आतंकी मारे गए थे। इसके बाद आतंकियों के जनाजे में पाकिस्तान आर्मी भी शामिल हुई थी। पाक आर्मी के साथ आतंकियों को जनाजा देना वाला एक खूंखार आतंकी भी शामिल था, अब यही आतंकी लश्कर की इस विशाल रैली का चेहरा बनेगा।
कौन है लश्कर का नया चेहरा
लश्कर ने रैली को लेकर जो पोस्टर जारी किया है, उसमें पहलगाम हमले के बाद सुर्खियों में आए आतंकी सैफुल्ला कसूरी की फोटो लगाई है। सूत्रों के मुताबिक रैली में हाफिज सईद का संदेश पढ़ा जाएगा। इस रैली को जिहादियों को इक्कठा करने की बड़ी कवायद के तौर पर देखा जा रहा है। इसमें सैफुल्ला कसूरी को रैली का मुख्य चेहरा बनाए जाने की चर्चा है।
कब होगी लश्कर की रैली
लश्कर-ए-तैयबा आगामी 2 नवंबर को लाहौर के मीनार ए पाकिस्तान में यह रैली करेगा। इसको लेकर लश्कर के टॉप आतंकी ने ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाने के लिए अपील जारी की है। यह अपील ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सुर्खियों में आए आतंकी हफीज अब्दुल रऊफ ने जारी किया है। 2 नवंबर को होने वाली लाहौर की इस रैली पर भारतीय खुफिया एजेंसियो की भी नजर रहेगी। सूत्रों के मुताबिक इस रैली में लश्कर के वे सभी टॉप आतंकी शामिल होंगे, जो इंडिया से वांटेड हैं।
लश्कर को फिर से खड़ा करने का प्रयास
सूत्रों के मुताबिक इस रैली के जरिए लश्कर-ए-तैयबा को नए सिरे से खड़ा करने का प्रयास है। इसके लिए पाक आर्मी प्लानिंग कर रही है। कहा जा रहा है कि लश्कर के इन आतंकियों को सिर्फ भारत के खिलाफ ही नहीं, बल्कि TTP के सामने खैबरपख्तूनख्वा में पाकिस्तानी सेना तैनात करना चाहती है। ये रैली लश्कर-ए-तैयबा के पॉलिटिकल विंग Pakistan Markazi Muslim League (PMML) के बैनर तले बुलाई गई है।