Taliban की मदद से J&K में आतंक फैलाएगा पाकिस्तान, थिंक टैंक की चेतावनी

- पाक अधिकृत कश्मीर में आईएसआई की मदद से पनप रहे आतंकी संगठन जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में नए सिरे से आतंक फैलाने की साजिशों को अंजाम देने की कोशिश करेंगे.
कोलकाता: इसमें शायद ही किसी को शक हो कि अफगानिस्तान में तालिबान राज की वापसी से सबसे ज्यादा खुश पाकिस्तान है. प्रधानमंत्री इमरान खान ने तो अपनी प्रतिक्रिया देने में पल भर की देर नहीं लगाई थी. इसके मद्देनगर सामरिक और आतंकवाद विशेषज्ञ केंद्र की मोदी सरकार को चौकन्ना रहने की हिदायत दे रहे हैं. उनका मानना है कि पाक अधिकृत कश्मीर में आईएसआई की मदद से पनप रहे आतंकी संगठन जम्मू-कश्मीर में नए सिरे से आतंक फैलाने की साजिशों को अंजाम देने की कोशिश करेंगे. पूर्व सेना प्रमुख जनरल शंकर रॉय चौधरी ने भी इसीलिए मोदी सरकार को चेतावनी दी है कि सरकार जम्मू-कश्मीर में अपनी पहुंच बढ़ाए. साथ ही लोगों को यह विश्वास दिलाए किदेश का लोकतांत्रिक ढांचा धर्मनिरपेक्ष बना रहेगा.
सरकार अफगानियों को शरण भी दे
थिंक टैंक रिसर्च सेंटर फॉर ईस्टर्न एंड नॉर्थ-ईस्टर्न स्टडीज के प्रमुख जनरल रॉय चौधरी ने कहा कि अफगानिस्तान में भारत की भूमिका प्रशिक्षण, राहत सामग्री मुहैया कराने तथा सबसे महत्वपूर्ण सभी शरणार्थियों को पनाह देने पर केंद्रित होनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘भले ही तालिबान राज की दो दशकों बाद वापसी हो गई है, लेकिन अफगानिस्तान के लोग अब भी हमारे मित्र हैं. ऐसे में मोदी सरकार को उन्हें शरण देने के लिए तैयार होना चाहिए.’ इसके साथ ही उन्होंने आगाह भी किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के अच्छे संबंध हैं, लेकिन बांग्लादेश में विपक्षी ताकतें तालिबान के सत्ता में आने से फिर से सक्रिय होंगी और वे शायद इस मौके को हाथ से जाने न दें.
कश्मीर पर नए सिरे से दावा पेश करेगा पाकिस्तान
गौरतलब है कि कश्मीर में नब्बे के दशक में आतंकवाद चरम पर था. उस दौरान जनरल रॉय चौधरी ने 16 कॉर्प की कमान संभाली थी. अब उन्होंने कहा है कि अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता पर कब्जा जमाने से उत्साहित पाकिस्तान ‘कश्मीर पर नए सिरे से दावा पेश करेगा.’ इससे मुकाबला करने के लिए भारत को तालिबान के भीतर गुटों के साथ-साथ पंजशीर घाटी में तालिबान विरोधी कमांडर दिवंगत अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद के समर्थन वाले पूर्व अफगान सरकारी बलों तक पहुंचने की जरूरत है. इनके साथ भारत के दोस्ताना संबंध हैं.’ चौधरी ने कहा, ‘हमें कश्मीरियों तक अपनी पहुंच बढ़ानी होगी. हमें उन्हें दोबारा भरोसा देना होगा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र बना रहेगा.’ उनके मुताबिक भारत को कट्टरपंथी तत्वों के समर्थन में पाकिस्तान की साजिशों को विफल करने के लिए तैयार रहना होगा.