कोरोना पर मोदी के प्रस्ताव पर पाकिस्तान सहमत, कहा- विडियो कॉन्फ्रेंस में लेंगे हिस्सा

- प्रधानमंत्री मोदी ने SAARC देशों के सामने प्रस्ताव रखा है कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए मिलकर रणनीति तैयार की जाए
- इसपर पाकिस्तान ने देर से सही लेकिन हामी भर दी है
- पाकिस्तान ने कहा कि वह SAARC की बैठक में शामिल होगा
- पीएम मोदी ने विडियो कॉनफ्रेंस के जरिए मीटिंग करने का प्रस्ताव दिया था
इस्लामाबाद
पाकिस्तान वैसे तो भारत की बात कभी नहीं मानता है लेकिन कोरोना जैसी महामारी उसे भारत की तरफ झुकने पर मजबूर कर रही है। पाकिस्तान ने कहा है कि वह सार्क देशों की विडियो कॉन्फ्रेंस वाली बैठक में शामिल होगा। दरअसल यह कदम पीएम मोदी ने ही उठाया है और उन्होंने SAARC देशों के प्रतिनिधियों को बैठक में भाग लेने का निमंत्रण दिया है जिससे की कोरोना वायरस से निपटने का रास्ता निकाला जा सके।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता आइशा फारुकी ने ट्वीट करके कहा कि वैश्विक और क्षेत्रीय स्तर पर कोरोना वायरस से लड़ने के लिए जो भी जरूरत होगी पाकिस्तान मिलकर करेगा। फारुकी ने कहा, ‘हमने अपने स्वास्थ्य मंत्री से बात की है। वे इस विडियो कॉन्फ्रेंस में शामिल होंगे और कोरोना से निपटने के उपायों पर चर्चा करेंगे।’
पाकिस्तान का यह बयान तब आया है जब पीएम मोदी ने SAARC देशों को साथ आने का प्रस्ताव दिया है औऱ कहा कि इस महामारी से निपटने का तरीका निकाला जाए। उन्होंने विडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए चर्चा करने का सुझाव दिया है। SAARC देशों में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भारत, भूटान, नेपाल, मालदीव, पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल हैं।
पीएम मोदी के इस प्रस्ताव का कई देशों ने स्वागत किया है। श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल और भूटान ने प्रधानमंत्री की इस बात की प्रशंसा की और कहा कि साथ मिलकर रणनीति बनाने की जरूरत है।
मोदी ने ट्विटर पर कहा, ‘हमारा ग्रह कोविड-19 कोरोना वायरस से जूझ रहा है। विभिन्न स्तरों पर, सरकारें और लोग इसका मुकाबला करने की पूरी कोशिश कर रही हैं।’ उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया को यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए कि लोग स्वस्थ रहे। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हम दुनिया के सामने एक उदाहरण पेश कर सकते हैं और ग्रह को स्वस्थ रखने में योगदान कर सकते हैं।’