लखनऊ। एक-एक सांस को संजीवनी देने रेलवे की आक्सीजन एक्सप्रेस आखिरकार ओडिशा के बोकारो से दौड़ पड़ी। तीन टैंकरों को लेकर ऑक्सीजन एक्सप्रेस शुक्रवार दोपहर दो बजे वहां से रवाना हुई और शनिवार सुबह सात बजे तक लखनऊ पहुंच गई। हर एक टैंकर में 20 हजार लीटर लिक्विड ऑक्सीजन होगी। ऐसे में शनिवार को लखनऊ में 60 हजार लीटर मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी।

तीन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के टैंकरों की बोकारो में हुई लोडिंग

गुरुवार तड़के लखनऊ से रवाना हुई यह एक्सप्रेस रात दो बजे बोकारो पहुंची थी। आद्रा रेलवे मंडल प्रशासन पहले से मुस्तैद था। रात में ही टैंकरों की अनलोडिंग कर उनको स्टील अथारिटी ऑफ इंडिया (सेल) के प्लांट में ले जाया गया। पहला ऑक्सीजन टैंकर सुबह नौ बजे, दूसरा 10 बजे और तीसरा 11 बजे लोड होकर बोकारो स्टेशन पहुंचा। मिलिट्री स्पेशल के जिस लो फ्लोर रैक का इस्तेमाल तीन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के टैंकरों को लादने के लिए किया गया। उन पर बहुत सावधानी से बोकारो में भी लोडिंग की गई।

सुरक्षा और संरक्षा के सभी मानकों के साथ तीनो टैंकरों की फिटिंग की गई

बोकारो के एडीआरएम के मुताबिक इस ऑक्सीजन एक्सप्रेस की ऊंचाई 4.5 मीटर है, इसलिए ओएचई से बचाते हुए ऑक्सीजन एक्सप्रेस को 60 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से लखनऊ तक पहुंचाने के लिए खासी मशक्कत की गई। सुरक्षा और संरक्षा के सभी मानकों के साथ तीनो टैंकरों की फिटिंग की गई। एक दर्जन से अधिक रेलकर्मियों को भी अगले ठहराव तक साथ भेजा गया है। हर 300 किलोमीटर पर पड़ने वाली क्रू लॉबी में इसके लोको पायलटों को बदला जाएगा। ऑक्सीजन एक्सप्रेस का कॉशन गया, दीन दयाल उपाध्याय नगर (पुराना नाम मुगलसराय), वाराणसी और सुलतानपुर होकर तैयार किया गया है। ऑक्सीजन एक्सप्रेस उतरेटिया आकर वहां से ट्रांसपोर्ट नगर आलमनगर बाईपास होकर लखनऊ की चारबाग साइ¨डग पहुंचेगी।

यूपी पुलिस की सुरक्षा में खुली ऑक्सीजन एक्सप्रेस

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार रात ट्वीट कर ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने की जानकारी दी थी। इसके बाद गुरुवार सुबह नौ बजे लखनऊ से तीन टैंकर लेकर ऑक्सीजन एक्सप्रेस बोकारो के लिए खुली। ऑक्सीजन एक्सप्रेस रांची होते हुए शुक्रवार तड़के तीन बजे बोकारो स्टील प्लांट पहुंची। यूपी पुलिस के जवानों के साथ अधिकारी ऑक्सीजन एक्सप्रेस का एस्कॉर्ट कर रहे हैं

पहली बार बोकारो से रेल से ऑक्सीजन की सप्लाई

बोकारो स्टील प्लांट में प्रतिदिन 100 टन से ज्यादा तरल ऑक्सीजन (मेडिकल ऑक्सीजन) का उत्पादन होता है। यहां से झारखंड के अलावा यूपी, छत्तीसगढ़, बिहार, बंगाल, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई होती है। पहली बार रेल के माध्यम से ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू हुई है। यह एक तरह से ट्रायल भी है। बोकारो से लखनऊ की दूरी 800 किलोमीटर से ज्यादा है। मालगाड़ी पर टैंकर को रख एक दिन में ही गैस पहुंचाई जा सकती है।