ओवल फतेह! भारत ने रचा जज्बे और जुनून का इतिहास, सिराज और कृष्णा जीत के सूत्रधार

लंदन: सवा सौ करोड़ हिंदुस्तानियों की उम्मीदों का बोझ उठाए जब मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा ने पांचवें दिन मैदान पर गेंद लेकर दौड़ना शुरू किया तो वह सिर्फ बॉलिंग नहीं कर रहे थे बल्कि क्रिकेट इतिहास के सबसे रोमांचक मैच की स्क्रिप्ट लिख रहे थे.
लंदन के ओवल में खेले गए पांचवें टेस्ट के आखिरी दिन इंग्लैंड को जीत के लिए 35 रन चाहिए थे तो भारत जीत से चार विकेट दूर था. पूरी दुनिया टकटकी लगाए हर एक गेंद पर नजर बनाई हुई थी. जैमी स्मिथ को आउट करते ही सिराज ने भारत की संभावनाएं प्रबल की फिर खतरनाक नजर आ रहे गस एटकिंसन को क्लीन बोल्ड कर भारत को न सिर्फ मैच जिताया बल्कि सीरीज में 2-2 की बराबरी भी दिला दी.
भारत की ऐतिहासिक जीत
मोहम्मद सिराज ने मैच में कुल नौ विकेट लिए. पहली पारी में पांच विकेट तो दूसरी पारी में चार विकेट लेकर कहानी ही पलट दी. प्रसिद्ध कृष्णा ने उनका भरपूर साथ दिया. दोनों पारियों में चार-चार विकेट लिए.
2-2 से बराबर रही सीरीज
इंग्लैंड ने लीड्स में खेला पहला टेस्ट पांच विकेट से जीता तो एजबेस्टन टेस्ट में 336 रन से जोरदार वापसी की. लॉर्ड्स की ऐतिहासिक लड़ाई में इंग्लैंड को 22 रन से रोमांचक जीत मिली. मैनचेस्टर में भारत ने कमबैक करते हुए मैच ड्रॉ करने में सफलता हासिल की इसके बाद पांचवां और आखिरी टेस्ट अपने नाम कर सीरीज भी बराबर कर ली.
टूटे कंधे के साथ खेलने पहुंचे क्रिस वोक्स
मौजूदा टेस्ट के पहले ही दिन इंग्लैंड के पेसर क्रिस वोक्स फील्डिंग करते हुए इंजर्ड हो गए थे. बाद में पता चला कि उनका कंधा फ्रैक्चर हो चुका है और वह अब आगे मैच में खेल नहीं पाएंगे. लेकिन आखिरी दिन जब इंग्लैंड को उनकी जरूरत थी तो 10वें बल्लेबाज के रूप में क्रिस वोक्स मैदान पर उतरे. एक हाथ से बैटिंग भी करते नजर आए, लेकिन अपनी टीम को हार से नहीं बचा पाए.
क्रिस वोक्स ने दिल जीत लिया.
बेकार गया जो रूट और हैरी ब्रूक का शतक
चौथे दिन पूर्व कप्तान जो रूट ने अपने करियर के 39वें टेस्ट शतक की मदद से इंग्लैंड को जीत के करीब पहुंचाया था. रूट ने 152 गेंद में 105 रन की बेजोड़ पारी खेली. उन्हें हैरी ब्रूक (98 गेंद में 111 रन ) का शानदार साथ मिला. दोनों ने 211 गेंद में 195 रन की साझेदारी कर मैच को भारत की पकड़ से लगभग दूर कर दिया था.