जड़ौदा पांडा के 54 तालाबों में से एक भी तालाब को कब्जामुक्त नहीं कराया पाया जिला प्रशासन

जड़ौदा पांडा के 54 तालाबों में से एक भी तालाब को कब्जामुक्त नहीं कराया पाया जिला प्रशासन
  • सहारनपुर में गांव जड़ौदा पांडा स्थित तालाब पर किए गए अतिक्रमण ।

सहारनपुर [24CN] । जनपद सहारनपुर की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत जड़ौदा पांडा के 54 तालाबों में से जिला प्रशासन एक भी तालाब को कब्जामुक्त नहीं करा पाया है। जिला प्रशासन की लापरवाही के चलते तालाबों पर कब्जा करने वाले लोगों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो रही है जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।

गौरतलब है कि जिले की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत जड़ौदा पांडा के राजस्व रिकार्ड में 54 तालाब हैं जिनका रकबा करीब 405 बीघा है जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 20 करोड़ है। इसके बावजूद जिला प्रशासन अवैध कब्जा करने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही करने से कतरा रहा है। जिला प्रशासन पर कब्जाधारी भारी पड़ रहे हैं जिस कारण तालाबों का अस्तित्व मिटता जा रहा है।

ग्रामीणों के शिकायत करने के बाद प्रशासन ने कई बार अभियान तो चलाया परंतु वह केवल पैमाइश व सीमांकन तक ही सीमित रह गया जिस कारण कब्जाधारियों के हौंसले इतने बुलंद हो गए कि ग्राम पंचायत का एक भी तालाब ऐसा नहीं बचा है जो कब्जे की जद में न हो। आज तक जिला प्रशासन ने भी कब्जाधारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की। कुछ ग्रामीणों द्वारा एसडीएम रामपुर मनिहारान को प्रार्थना पत्र देकर कार्यवाही की मांग की गई थी परंतु जांच केवल लेखपाल के कागजों तक ही सीमित रह गई। तालाबों पर अवैध कब्जे कराने के मामले में पूर्व प्रधानों व लेखपालों की भूमिका की चर्चाएं भी गूंज रही हैं।