गुरू बाबा फकीरा दास की तपोस्थली पर वार्षिक मेले का आयोजन

गुरू बाबा फकीरा दास की तपोस्थली पर वार्षिक मेले का आयोजन
  • बाबा फकीरा दास की मूर्ति तथा लाईन में लगकर बाबा को प्रसाद अर्पित करते श्रद्धालूगण

देवबंद [24CN] : आज के आधुनिक युग में जहंा युवा वर्ग में नशे की आदत में लगातार बढौतरी हो रही है, वही क्षेत्र का एक अनोखा गांव मिरगपुर भी है जहंा पर गांव का हर व्यक्ति नशे से पुरी तरह दूर है। लगभग दस हजार की जनसंख्या वाले इस गांव में लोगों को यह प्रेरणा देने वाले श्री गुरू बाबा फकीरा दास की तपोस्थली शनिवार को वार्षिक मेले का आयोजन किया गया।

फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष की पहली दशमी को गुरू बाबा फकीरा दास का जन्मोत्सव मनाया जाता है और उनकी तपोस्थली पर हर वर्ष मेला लगता है। तपोस्थली व मन्दिर में सुबह से शाम तक श्रद्धालूओं के लिये भण्डारों का आयोजन किया जाता है। श्रद्धालूगण देशी घी से बने हलवे का प्रसाद चढाते है और यही प्रसाद वितरित भी किया जाता है।

गांव निवासी वरिष्ठ गुर्जर ने बताया कि मिरगपुर के घर घर में आज के दिन लोग देसी घी के हलवे का प्रसाद बनाते है इसमें खास बात यह है कि यह प्रसाद पुरूष द्वारा ही बनाया जाता है। मंदिर के महंत मनोहर दास की देख रेख में इस मेले का अयोजन किया जाता है और श्रद्धालू यहंा न केवल हलवे का प्रसाद चढाते है बल्कि उसे ग्रहण भी करते है। उत्तर प्रदेश का यह मेला एक खास स्थान रखता है और बाबा फकीरादास के जन्मोत्सव के रूप में लगने वाले इस मेले में बाता के प्रति लोगों की श्रद्धा देखते ही बनती है।

 

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