शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में “राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम” को 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम का आयोजन

शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में “राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम” को 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम का आयोजन

गंगोह [24CN] : शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में दिनांक 07-11-2025 दिन शुक्रवार को राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम को 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे विश्वविद्यालय के छात्र एवं छात्राओं के साथ-साथ शिक्षकों ने भी बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम की शुरुआत में स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट एंड लैंग्वेजेज विभाग की डीन एंड हेड प्रो.(डॉ.) गुंजन अग्रवाल ने राष्ट्रगीत की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए सभी छात्र एवं छात्राओं को बताया कि हमारा राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्, जिसे बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय जी ने 1870 के दशक में लिखा था, केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारत माता के प्रति समर्पण, प्रेम और गौरव की अमर अभिव्यक्ति है। आज जब इस गीत के 150 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं, यह अवसर हमें उसके ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भावनात्मक महत्व को पुनः स्मरण करने का अवसर प्रदान करता है। कार्यक्रम के दौरान डॉ. करुणा अग्रवाल ने “सारे जहाँ से अच्छा”गीत प्रस्तुत किया, जिससे वातावरण देशभक्ति की भावना से खिल उठा। विश्वविद्यालय का सभागार देशभक्ति के गीतों से गूंज उठा, जब छात्र-छात्राओं ने “मेरे देश की धरती सोना उगले”गीत को सुरमय अंदाज़ में प्रस्तुत किया। इस अवसर पर कार्यक्रम के समन्वयक विकास चौधरी व जूही अग्रवाल ने भी अपने विचार प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में सभी छात्र एवं छात्राओं ने मिलकर देश के प्रति अपनी देशभक्ति जताते हुए खड़े होकर राष्ट्रगीत गया।

इस अवसर पर शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह, कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह ने कार्यक्रम के सफल आयोजन पर आयोजकों को अनेक शुभकामनाएं दी। कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह ने कहा कि आज 150 वर्ष बाद भी इसकी प्रासंगिकता बनी हुई है। यह हमें याद दिलाता है कि भारत की एकता, अखंडता और समृद्धि हमारे समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा से ही संभव है। ‘वंदे मातरम्’हमें अपनी संस्कृति, अपनी मातृभूमि और अपने मूल्यों के प्रति गर्व महसूस करने की प्रेरणा देता है।

कार्यक्रम के अंत में स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट एंड लैंग्वेजेज विभाग की डीन एंड हेड प्रो.(डॉ.) गुंजन अग्रवाल ने शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह, कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह का आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम में डॉ. करुणा अग्रवाल, जूही अग्रवाल, विकास चौधरी, हर्ष पंवार, आदेश कुमार, सचिन शर्मा, दीपक आदि शिक्षकगण का सहयोग रहा।