विपक्षी सांसदों को हिरासत में लिया गया, राहुल बोले- ये लड़ाई संविधान बचाने की है, प्रियंका का तंज, सरकार कायर है

इंडिया ब्लॉक के सांसद चुनावी राज्य बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान “वोट चोरी” के आरोपों पर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए संसद से चुनाव आयोग के कार्यालय तक मार्च निकालने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस ने उन्हें रोक लिया। पुलिस ने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, संजय राउत और सागरिका घोष सहित अन्य भारतीय ब्लॉक सांसदों को हिरासत में ले लिया, जो एसआईआर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और संसद से भारत के चुनाव आयोग तक मार्च निकाल रहे थे।
राहुल गांधी ने कहा कि हकीकत ये है कि वो बात नहीं कर सकते। सच्चाई देश के सामने है। ये लड़ाई राजनीतिक नहीं है। ये लड़ाई संविधान बचाने की है। ये लड़ाई एक व्यक्ति, एक वोट के लिए है। हम साफ़-सुथरी मतदाता सूची चाहते हैं। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाद्रा ने कहा कि हिम्मत हुई है। सरकार कायर है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि जब तक लोगों के मन में चुनावों की निष्पक्षता को लेकर संदेह है, तब तक चुनाव आयोग की विश्वसनीयता को नुकसान पहुँच रहा है। अगर ये संदेह दूर हो जाते हैं, तो चुनाव आयोग की विश्वसनीयता फिर से हासिल की जा सकती है। चुनाव आयोग का अपना हित इन सवालों का समाधान करने में है।
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि चुनाव आयोग को लिखा गया मेरा पत्र सीधा था और मैंने साफ़-साफ़ लिखा था कि सभी विपक्षी सांसद संसद से चुनाव आयोग तक शांतिपूर्ण मार्च निकालेंगे। सभी सांसद चुनाव आयोग को एसआईआर के बारे में एक दस्तावेज़ देना चाहते हैं। यही हमारी माँग थी। मैंने कल शाम को यह पत्र लिखा था और ‘चुनाव आयोग’, जो अब ‘चुराओ आयोग’ बन गया है, ने मुझे कोई जवाब नहीं दिया। और अब वे कह रहे हैं कि सिर्फ़ 30 सांसद ही आ सकते हैं। हम चाहते थे कि सभी विपक्षी सांसद सामूहिक रूप से चुनाव आयोग को एक दस्तावेज़ दें। हमें यहीं रोक दिया गया है। हमें चुनाव आयोग नहीं जाने दिया जा रहा है।