विभिन्न मांगों को लेकर मान्यता प्राप्त स्कूलों के संचालकों ने किया प्रदर्शन

- सहारनपुर में बीएसए कार्यालय पर नारेबाजी करते मान्यता प्राप्त विद्यालयों के संचालक व शिक्षक।
सहारनपुर [24CN] । उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त विद्यालय शिक्षक संघ से जुड़े मान्यता प्राप्त विद्यालयों के संचालकों व शिक्षकों ने अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया तथा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के न पहुंचने पर अपना ज्ञापन उनके कार्यालय के बाहर चस्पा कर दिया। तत्पश्चात प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को सम्बोधित ज्ञापन सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक योगराज सिंह को सौंपकर समस्याओं का समाधान कराने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। उनका आरोप था कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के संरक्षण के चलते एक भ्रष्ट लिपिक विगत आठ साल से एक ही सीट पर तैनात है जिसके खिलाफ विधान परिषद में प्रश्नकाल के दौरान नियम 115 के तहत विधायक डा. जयपाल सिंह ने विगत फरवरी में जोरदार तरीके से उठाया था। जबकि दूसरे विधायक देवेंद्र प्रताप सिंह ने भी 11 दिसम्बर 2020 को महानिदेशक बेसिक शिक्षा निदेशालय से कठोर कार्यवाही करने की मांग की थी परंतु ऐसे भ्रष्ट लिपिक से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा महत्वपूर्ण मान्यता की पत्रावलियों का निष्पादन कराना बीएसए पर सवालिया निशान खड़ा करता है। उनका आरोप था कि भ्रष्ट लिपिक के साथ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी का भी गठजोड़ है।
उनका आरोप था कि पूर्व में एक प्रधानाचार्य देशदीपक डाबरी की पत्रावली सहित अन्य पत्रावलियां भी गायब कर दी हैं जिसमें शिक्षा विभाग के अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। वक्ताओं का कहना था कि वर्तमान सरकार में भी संस्कृत त्रिभाषा अनुदान बहाल नहीं हुआ तो भविष्य में भारतीय संस्कृति की सुरक्षा कवच कहलाई जाने वाली संस्कृत भाषा विलुप्त हो जाएगी। उनका कहना था कि उत्तर प्रदेश में संस्कृत बोर्ड से करीब 800 मान्यता प्राप्त स्कूल हैं जो सरकाी की अनदेखी के परिणामस्वरूप बंद होने के कगार पर हैं।
उन्होंने कहा कि यदि शिक्षा विभाग ने हमें आर्थिक पैकेज नहीं दिया तथा 30 जून तक हमारे स्कूलों की समुचित व्यवस्था नहीं की तो 30 जून की महापंचायत में 1 जुलाई से स्कूल खोलने की घोषणा कर दी जाएगी। धरने को प्रदेश सचिव अमजद अली एडवोकेट, जिलाध्यक्ष के. पी. सिंह, महानगर अध्यक्ष शबाना सिद्दीकी, गयूर आलम, प्रवीण गुप्ता, अब्दुल कादिर, संजय शर्मा, हंस कुमार, ऋषिपाल सैनी, शिवकुमार मालियान, जितेंद्र गोरैया, शीशपाल सिंह, मुजाहिद, मुकेश सहजवा, यशपाल सिंह, उमा बाठला, जोरा सिंह ने भी सम्बोधित किया। धरने की अध्यक्षता उमा बाटला व संचालन शबाना सिद्दीकी ने किया। धरने में समय सिंह, विनोद कुमार, अनु देवी, सहीराम, नरेंद्र कुमार त्यागी, नरेश वर्मा, दिनेश रूपड़ी, बुरहान अली, वंदना, सुभाष आदि मौजूद रहे।