BJP के जख्म पर अखिलेश यादव ने छिड़का नमक! लोकसभा चुनाव का जिक्र कर कहा- वो परिणाम जिसने…

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी के पुराने सियासी जख्मों पर नमक छिड़क दिया है. जून 2024 में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव के परिणामों का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा कि पीड़ित ही पीडीए है. बता दें पिछले साल 4 जून को ही लोकसभा चुनाव के परिणाम आए थे जिसमें सपा ने रिकॉर्ड 37 सीटें हासिल की थीं.
सोशल मीडिया साइट एक्स पर कन्नौज सांसद ने लिखा कि आज 4 जून का वो ऐतिहासिक दिन है, जिसने एक साल पहले देश की राजनीति में, उप्र में पीडीए की एकजुटता का वो परिणाम देखा था जिसने साम्प्रदायिक राजनीति की नकारात्मकता को हराकर; उप्र में सकारात्मक, सौहार्दपूर्ण और जन संवेदना से जुड़ी उस राजनीति का नया दौर शुरू किया था, जो देश के भविष्य के निर्माण में मील का पत्थर साबित हो रही है.
प्रिया सरोज ने भी किया पोस्ट
सपा सांसद प्रिया सरोज ने भी 4 जून 2024 के परिणाम के संदर्भ में पोस्ट किया और सपा नेता का शुक्रिया अदा किया. सोशल मीडिया साइट एक्स पर उन्होंने लिखा कि आज के दिन सांसद के रूप में मेरे एक वर्ष पूरे हो गए हैं. यह मेरे लिए सिर्फ एक पद नहीं, बल्कि आप सभी की उम्मीदों और विश्वास की ज़िम्मेदारी है. 4 जून 2024 को जब आपने मुझ पर भरोसा जताकर मुझे सबसे युवा महिला सांसद चुना, वह पल मेरी ज़िंदगी का सबसे बड़ा सम्मान था.
सपा नेता ने लिखा कि इस एक वर्ष की यात्रा में आपने जो स्नेह, मार्गदर्शन और समर्थन दिया, उसके लिए मैं तहे दिल से आभार व्यक्त करती हूं. मैं विशेष रूप से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिलेश यादव का धन्यवाद करती हूं, जिनकी प्रेरणा और विश्वास ने मुझे हर मोड़ पर हौसला दिया.
उन्होंने लिखा कि मैं मछलीशहर की जनता का हृदय से धन्यवाद करती हूं, जिनके प्यार और आशीर्वाद ने मुझे हर रोज़ बेहतर काम करने की प्रेरणा दी.
इस एक साल की कुछ झलकियाँ, कुछ यादगार पल आज आप सभी के साथ साझा कर रही हूं. यह सफर आप सभी के साथ से ही सार्थक बना है, और मैं हमेशा प्रयास करूंगी कि आपके भरोसे पर खरी उतरूं.
किसको कितनी सीट मिली थी?
गौरतलब है कि 18वीं लोकसभा के लिए निर्वाचन प्रक्रिया के परिणामस्वरूप यूपी की 80 में से 37 सपा, बीजेपी 33, कांग्रेस 6, रालोद 2, आसपा (का) 1 और अपना दल ने 1 सीट जीती थी. इस चुनाव में सपा ने इंडिया अलायंस के झंडे तले भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था. वहीं भारतीय जनता पार्टी के साथ सुभासपा, निषाद पार्टी, अपना दल (एस), रालोद चुनाव में थे.
बीजेपी को इस चुनाव में काफी सीटों का नुकसान हुआ. पार्टी का लक्ष्य था कि वह 80 की 80 सीटें जीते. हालांकि ऐसा नहीं हुआ. इसी चुनाव में अमेठी से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी स्मृति ईरानी को भी हार का सामना करना पड़ा और किशोरी लाल शर्मा ने कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की थी.