महोबा । पनवाड़ी कस्बे में शादी समारोह में हंसी-ठिठोली और खुशियों के बीच जयमाल के स्टेज पर उस समय सन्नाटा छा गया जब दुल्हन ने दूल्हे का टेस्ट लेना शुरू कर दिया। इस टेस्ट में दूल्हा फेल हो गया तो दुल्हन ने भी शादी से इन्कार कर दिया। पूरी रात दुल्हन से काफी मान मनौव्वल का सिलसिला चलता रहा। इतना ही नहीं सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई और वर-वधू पक्ष के बीच वार्ता भी कराई लेकिन बात नहीं बन सकी।
पनवाड़ी कस्बा के एक गेस्ट हाउस में शुक्रवार की रात शादी समारोह का आयोजन था और महोबकंठ थाना क्षेत्र के धवार से दूल्हा बरात लेकर आया था। कन्या पक्ष ने बरातियों का अच्छी तरह स्वागत किया। बराती भी दूल्हे को लेकर नाचते-गाते गेस्ट हाउस पर पहुंचे तो द्वारचार की रस्म अदा की गई। इसके बाद दूल्हे को जयमाल के स्टेज पर बिठाया गया। दूल्हे को देखकर दुल्हन से सहेलियां भी हंसी ठिठोली करती रहीं। पूरे पंडाल में बराती और जनातियों के बीच खुशियों का माहौल बना था। कोई लजीज व्यंजनों का स्वाद ले रहा था तो कोई अपनी बातों में मश्गूल था।
हाथों में मेहंदी और सोलह श्रृंगार करके दुल्हन जममाल लेकर स्टेज पर पहुंची। दूल्हे के पीछे उसके दोस्त और दुल्हन के साथ उसकी सहेलियां भी हंसी ठिठोली करने लगीं। दूल्हे के हावभाव और बातचीत देखकर शक हुआ तो दुल्हन ने एक शर्त रखी तो पहले लोगों ने मजाक समझा। दुल्हन ने भरी महफिल में कहा कितना पढ़े हो पहले दो का पहाड़ा सुनाओ तभी जयमाल डालूंगी तो दूल्हा सकपका गया। वहीं पूरे पंडाल में सन्नाटा छा गया, फिर कुछ लोगों ने समझाने का प्रयास किया लेकिन दुल्हन जिद पर अड़ गई। वह दूल्हे से बोली पहाड़ा नहीं आता तो शादी नहीं होगी। घरवालों ने दुल्हन से ऐसे समय में इस तरह की बात न करने को कहा लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी।
दूल्हा टेस्ट में फेल हुआ तो दुल्हन ने शादी से इन्कार कर दिया। इसपर वर और कन्या पक्ष में चर्चाएं शुरू हो गई और मंगलगीत बंद हो गए। दुल्हन को मनाने में घर वाले और रिश्तेदार जुट गए। पूरी रात मान मनौव्वल का सिलसिला जारी रहा लेकिन दुल्हन नहीं मानी। कुछ देर बाद सूचना पर पुलिस भी गेस्ट हाउस पहुंच गई। दो पक्षों को बुलाकर वार्ता करके समझौता करने को कहा लेकिन बात नहीं बन सकी। पंडाल सूना पड़ा रहा और सात फेरे नहीं पड़ सके। इस बीच कई बराती चले गए और बाद में पूरी बरात बैरंग लौट गई।
पनवाड़ी एसएचओ विनोद कुमार के मुताबिक दोनों पक्षों में वार्ता कराकर समझौता कराने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी। रात में ही पंचायत हुई और शनिवार को दोनों पक्षों के लोगों में वार्ता के अनुसार लड़की पक्ष को चार लाख रुपये नकद राशि दिलवाई गई। दोनों पक्षों में जो भी खर्चा हुआ था उसके समायोजन के बाद रुपये वापस किए और फिर बरात बिना दुल्हन बैरंग लौट गई।