रामलीला मे दुसरे दिन भगवान राम के जन्म के मंचन ने दर्शको को भावविभोर किया

रामलीला मे दुसरे दिन भगवान राम के जन्म के मंचन ने दर्शको को भावविभोर किया
  • फोटो रामलीला मंचन का दृश्य

नकुड 7 अप्रैल इंद्रेश।  नगर मे चल रही रामलीला के दुसरे दिन रामलीला के कलाकारो ने भगवान राम के जन्म, रावण विभिषण व कंुभकरण की तपस्या व ब्रहमा जी से वर प्राप्त करने के प्रसंगो का सजीव मंचन किया। जिसे दर्शको ने ख्ूाब सराहा।

अयोध्या के राजा दशरथ ने पुत्रेष्ठि यज्ञ का अनुष्ठान किया तो उनके घर मे चार बालको राम, भरत व लक्ष्मण ,शत्रघ्न को जन्म हुआ तो पूरी अयोध्या खुशी से नाच उठी। राजा के महल मे बधाईयां गायी जाने लगी। राजा ने ब्राहमणो को दान दिया। पूरा पांडाल भगवान राम के जयकारो से गुज उठा।

राक्षस कन्या कैकसी व महऋषि विश्रवा के घर रावण , कुंभकरण व विभिषण के जन्म के बाद तीनो भाई ब्रहमा जी की तपस्या के लिये गये। उनकी घोर तपस्या से प्रशन्न ब्रहमा जी ने तीनो भाईयो केा वर दिये। वर के मद से ग्रवित रावण ने लंका मे अपने सहोदर भाई कुबेर को लंका छोडने को कहा। ऋषि विश्रवा के अनुमति के बाद कुबेर ने सोने की लंका रावण को सोंप दी तो राक्षसो ने रावण का लंका मे राजतिलक कर दिया।

रामलीला के दुसरे दिन पूर्व नगरपालिकाध्यक्ष कें प्रतिनिधि मलखानसिंह सैनी, पूर्व सभासद त्रिलोकचंद, सभासद रूपराम, मैनादेवी, मा0 राजेंद सहगल, ने भगवान राम व बालाजी के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर लीला का शुभारंभ किया। रामलीला के मंचन में शिवकुमार धिमान ने रावण, धर्मपाल सैनी ने कुंभकरण, व अरूण धनगर ने विभिषण का अभिनय कर खूब तालियां बटोरी,।

कार्यक्रम में रामलीला महोत्सव समिति के संरक्षण मनोज गोयल, प्रधान हरीश गर्ग, महामंत्री वरूण मिततल, विजेंद्र नारायण, अनिल गोयल, पंकज जैन, राजेश जैन राजू, संयम जैन, सजींव जैन , वर्धन जैन, राजकुमार प्रजापति, अरूण चैधरी, अंकित गोयल, नरेश गोयल, ऋषिपाल शर्मा, पंकज ंिसघल व पवन गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

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