शराबबंदी कानून पर जीतन राम मांझी के भी सुर बदले, सीएम नीतीश को गरीब परिवारों की भुखमरी की दुहाई दी
पटना । राज्य में जहां एक ओर विपक्ष शराबबंदी कानून को हटाने के लिए सरकार पर दबाव बना रहा है वहीं इस मामले में जीतन राम मांझी के स्वर भी बदले नजर आ रहे हैं। हालांकि मांझी सीएम नीतीश कुमार को सख्ती से लागू कानून के लिए बधाई दे रहे हैं पर साथ ही उन्होंने शराबबंदी कानून उल्लघंन मामले में जेल में बंद लोगों के परिवारों के बच्चों की भूख की दुहाई भी दी है। बता दें कि मांझी जब महागठबंधन (Grand Alliance) में शामिल थे तब कहा था कि शराबबंदी कानून की समीक्षा होनी चाहिए।
एक के बाद एक ट्वीट कर गरीब परिवारों की दुहाई दी
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने गुरुवार (17 दिसंबर) को एक के बाद एक ट्वीट किया। पहले ट्वीट से उन्होंने सीएम नीतीश कुमार को बधाई देते हुए कहा कि नीतीश कुमार को शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने के लिए बधाई । इसके बाद मांझी ने अपने ट्वीट में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अनुरोध किया है कि वैसे लोग जो इस कानून के मामूली उल्लंघन के मामले में तीन महीने से जेल में बंद हैं उनकी रिहाई की व्यवस्था भी कराएं। मांझी ने आगे कहा कि परिवार के मुखिया के जेल में होने की वजह से पीछे उनके परिवार को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में गरीब परिवारों के बारे में सोचना चाहिए ।
दूसरे ट्वीट में मांझी ने शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी से आग्रह किया है कि जनहित में कोविड के नियमों का पालन करते हुए सरकारी स्कूलों को खोलने की अनुमति दें , क्योंकि स्कूल बंद होने से सबसे ज्यादा गरीब के बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है।
विपक्ष हमलावर रहा है
बता दें कि शराबबंदी कानून को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर रहा है। एक दिन पहले ही कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने सीएम नीतीश कुमार को पत्र लिखकर शराबबंदी कानून हटाने की मांग की है। विधान सभा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस ने अपने घोषण पत्र में शराबबंदी कानून को हटाने का वादा किया था। वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समय-समय पर बिहार में शराब की होम डिलीवरी को लेकर तंज करते रहते हैं।