हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर विचार गोष्ठी एंव महान विभूतियां सम्मान समारोह का आयोजन

हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर विचार गोष्ठी एंव महान विभूतियां सम्मान समारोह का आयोजन
कार्यक्रम में मुख्यअतिथि का माला पहनाकर स्वागत करते पत्रकार खिलेन्द्र गांधी
  • सरकारी तंत्र की बेरूखी तथा भेदभाव की नीति छोटे समाचारो पत्रो के पतन का कारण

देवबंद [24CN] : हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर एक समाचार पत्र द्वारा आयोजित विचार गोष्ठी एवं महान विभुतियों का सम्मान समारोह किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ माॅ सरस्वती के चित्र के समीप दीप प्रज्जवलित रोशन चौहान ने चित्र पर माल्यापर्ण दीपकराज सिघंल, डाक्टर सुखपाल सिंह द्वारा किया गया।

कार्यक्रम मंे मुख्यअतिथि के रूप में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष आलोक कुमार तनेजा ने कहा कि सरकारी तंत्र की बेरूखी तथा भेदभाव की नीति ही छोटे समाचारो पत्रो के पतन का कारण है और सरकारी नीति के चलते बड़े समाचार पत्र छोटे और मझोले समाचार पत्रों को निगल रहे है। कहा कि गलाकाट व्यवसायिक प्रतिस्पृधा के चलते छोटे समाचार पत्र पनप नही पा रहे है। ऐसे में समाज को अपने सहयोगी दायित्व के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए।

उत्तर प्रदेश उधोग  व्यापार  मंडल प्रदेश मंत्री दीपक राज सिघंल ने कहा कि पत्रकारिता भारतीय लोकतंत्र का चैथा और मजबूत और  महत्त्वपूर्ण स्तम्भ है। यदि यह कमजोर पड़ गया तो लोकतंत्र का किला भरभरा कर गिर पड़ेगा। पत्रकारों के मार्ग में असख्य चुनौतियों के होते हुए भी उसका सजग रहना अति आवश्यक है।
डाक्टर सुखपाल सिंह ने कहा कि संविधान निर्माण के समय डा. भीमराव अम्बेडकर ने पत्रकारों को स्वंय नियंता बताते हुए ऐलान किया था कि इसके लिए कानून बनाने की जरूरत नहीं है। यह प्रबुद्ध एवं जिम्मेदार वर्ग है जो अपने लिए अपनी आचार संहिता स्वयं निर्धारित कर लेगे।  पत्रकार को मिशनरी स्वरूप समर्पण और निष्ठा के साथ काम करना चाहिए, क्योंकि उसके हाथ में लेखनी तलवार और तोप से भी ज्यादा असरदार होती है।

प्रेस एसोसिएशन देवबंद के अध्यक्ष मनोज सिघंल  ने कहा  कि पत्रकारों को शासन प्रशासन और जनता का सहयोग अपेक्षाकृत नहीं मिलता और दूसरे उसे आर्थिक संकट से निपटने के लिए दो चार होना पड़ता है।

डाक्टर  अख्तर  सईद  ने गणेश शंकर विद्यार्थी व लाला जगत नारायण जैसे पत्रकारों को आदर्श मानते हुए कहा कि पत्रकारों को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए और उनके बताए मार्ग पर चलना चाहिए।

वजाहत शाह अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे समाज में नैतिक मुल्यों में भारी गिरावट आ गयी इसलिए इसका प्रभाव कार्य पालिका, विधायिका, न्यापालिका और प्रेस सब जगह देखने को मिल रहा है ऐसे में अच्छा काम करने वालों को समाज में सम्मान और प्रोत्साहित किये जाने आवश्यक है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता  करते हुए  अशोक  गुप्ता ने कहा पत्रकारिता का मार्ग बड़ा रपटीला और कंकरीला है इस पर सम्भल कर चलने की जरूरत है।
कार्यक्रम में जामिया तिबिया मेडिकल कालेज के सचिव डा0 अनवर सईद को समाज सेवा और चिकित्सा के क्षेत्र में, डाक्टर सागर देवबंदी को लेखन और इतिहासकार के रूप में, कमल देवबंदी, डाक्टर  शमीम  देवबंदी, डाक्टर  सादिक अली को खिलाफ बुलेटिन  गौरव एवार्ड से नवाजा गया। इसके अतिरिक मनोज सिघंल को समाज सेवा के लिए खिलाफ बुलेटिन एवार्ड से सम्मानित किया। अतिथि के रूप मंचासीन अतिथियों को आयोजकों की ओर से प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

वक्ताओं ने खिलाफत बुलेटिन के नियमित प्रकाशन तथा साफ सुथरी पत्रकारिता के लिए समाज के लोगों ने सम्पादक ओमवीर सिंह को तिरंगा भेंट कर अभिनंदन किया गया। इस मौके पर नगर के पत्रकारो  को सम्मानित  किया  गया।

इस दौरान चौधरी ओमपाल सिंह, मास्टर मुमताज अहमद, मुईन सिद्दीकी, नौशाद  उस्मानी, मुसर्रफ उस्मानी, आबाद  अली, प्रशान्त  त्यागी, खिलेन्द्र  गांधी, फहीम  उस्मानी, मंदीप शर्मा, सेवा चरण सिंह, समीर  चौधरी, आसिफ  अली, शाहनवाज  सलमानी, अफजाल  सिद्दीकी, अकिंत  जैन, महताब  आजाद, आशुतोष  बोकाडिया, आदि  के अलावा  नगर के  समस्त  पत्रकार उपस्थिति रहे। कार्यक्रम का संचालन पूर्ण चंद शास्त्री ने किया। कार्यक्रम संयोजक ओमवीर सिंह, राजकुमार जाटव ने सभी आगतुकों आभार प्रकट किया।