वाराणसी। भारत और पाकिस्तान के बीच रविवार को हुए किक्रेट मैच को लेकर बीएचयू के बिरला सी व एलबीएस छात्रावास के छात्रों के बीच जमकर मारपीट हुई। एक-दूसरे के खिलाफ लाठी-डंडा, से लेकर लांत-घूंसे तक चलाए। दोनों तरफ से पथराव भी हुआ। आधा दर्जन छात्र घायल हो गए। उनका उपचार बीएचयू के ट्रामा सेंटर में कराया गया। घटना से नाराज एलबीएस छात्रावास के छात्र धरने पर बैठ गए। पुलिस उनको देर रात तक मनाने में लगी रही।

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देशभर क्रिकेट प्रेमियों के साथ ही बीएचयू के छात्र भी रविवार को बहुप्रतीक्षित एशिया कप में भारत और पाकिस्तान का मैच देख रहे थे। देर रात मैच में भारत की हार पर बिरला सी और एलबीएस के छात्रों के बीच छींटाकशी हुई। देखते ही देखते बात बढ़ने लगी। आरोप है कि गाली-गलौज के बाद बीरला सी में रह रहे बीपीएड के छात्र हाथों में लाठी-डंडे, राड-हाकी लेकर एलबीएस छात्रावास में घुस गए। हास्टल के अंदर जो भी मिला उसे दौड़ा-दौड़ाकर पीटने लगे। इससे पूरे  छात्रावास  परिसर में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। थोड़ी देर बाद एलबीएस के छात्र भी लामबंद हुए और हमलावरों को खदेड़ना शुरू किया। दोनों ओर से जमकर ईंट-पत्थर चले।

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छात्रों के बीच मारपीट की सूचना पर भेलूपुर एसीपी प्रवीण कुमार सिंह के साथ छह थानों की पुलिस बीएचयू पहुंची। यह देखकर बिरला के छात्र वापस हास्टल में लौट गए। वहीं घटना से नाराज एलबीएस के छात्र बिरला चौराहे पर धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। उनकी मांग थी कि हमला करने वाले छात्रों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए। पुलिस उन्हें समझाने  की कोशिश में लगी रही लेकिन छात्र किसी की बात सुनने के लिए तैयार नहीं था।

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एसीपी भेलूपुर, चीफ प्राक्टर प्रो. अभिमन्यू सिंह, सरदार वल्ल्भ भाई पटेल हास्टल के वार्डन डा. धीरेन्द्र ने उन्हें आश्वासन दिया कि सीटीटीवी कैमरों से दोषियों के पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद रात दो बजे एलबीएस छात्रावास के छात्रों ने धरना दिया और हास्टल में वापस लौट आए। एहतियातन बीएचयू परिसर में भारी पुलिस बल तैनात है। घायल छात्रों को एंबुलेंस से इलाज के लिए ट्रामा सेंटर ले जाया गया। हर्षित और बिट्टू बाबू को सिर में गंभीर चोट लगी है। लाल बहादुर शास्त्री छात्रावास के अरुण प्रताप यादव और चंदन मेहता को भी मारपीट में गम्भीर चोट लगी है।