ग्रामीणों की अपील और पुलिस के आश्वासन पर हुआ पलायन विवाद का पटाक्षेप

ग्रामीणों की अपील और पुलिस के आश्वासन पर हुआ पलायन विवाद का पटाक्षेप
  • गंगोह के मोहडा में पलायन को लदा सामान व पंचायत में मौजूद कोतवाल व ग्रामीण

गंगोह [24CN]  ग्रामीणों की अपील और पुलिस के निष्पक्ष जांच करने के आश्वासन पर गांव मोहडा में जारी तीन दिन पुराने पलायन विवाद का पटाक्षेप हो गया है। जिससे ग्रामवासियों व पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली है।

गांव मोहडा में शक के चलते मामूली सी बात पर राजेन्द्र पाल व सुनील के बीच हुई कहासुनी व मारपीट को कुछ लोगों ने जातीय संघर्ष का रुप देते हुए राजनीति शुरु करदी थी। एक पक्ष ने मकान बिकाऊ है लिखकर पलायन तक की बात कह डाली थी। ग्राम प्रधान व पूर्व प्रधान सहित अनेक लोगों ने इन्हें समझाया मगर ये न मानें और शुक्रवार की सुबह अपना सामान ट्राली पर लादना शुरु कर दिया। जिसपर बडी संख्या में गांव के लोगों ने ट्राली को घेरकर इन्हें रोकने का प्रयास करने लगे, इसी बीच कोतवाल भानू प्रताप सिंह, हल्का इंचार्ज ललित शर्मा मय फोर्स के पहुंच गये। मौके पर ही पंचायत शुरु हो गई। पीडित परिवार अपने खिलाफ दर्ज रिपोर्ट की वापसी और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे।

कोतवाल ने निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। साथ ही मामूली बात को इतना बडा तूल न देने की अपील करते हुए पलायन न करने को कहा। गांव के जिम्मेदार लोगों ने भी उनसे गांव न छोडने की अपील की। जिसपर पीडित ने उनकी बात को मानते हुए पलायन का निर्णय टाल दिया। पंचायत में पूर्व प्रधान मनोज शर्मा, सतीश कुमार, अरविन्द, राजपाल, कुशलपाल, संजय, निशांत, पिंकी, शेखर आदि रहे।

इसके विपरीत प्रधान राजू सहित अनेक ग्रामीणों ने बताया कि झगडे की शुरुआत राजेन्द्र की चक्की पर लगे बिजली छापे का शक पडौसी सुनील पर लगाते हुए उनकी कहासुनी व मामूली मारपीट हो गई थी। जिसे लेकर दोनों पक्षों ने कोतवाली का दरवाजा खटखटाया था। पुलिस ने दोनों पक्षों की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरु की, तो यह बात राजेन्द्र पक्ष को गलत लगी, और इस मामले में राजनीति शुरु हो गई। और पलायन तक की बात होने लगी। ग्रामवासियों ने सभी से आपस में प्यार के साथ रहने की अपील की। उधर सीओ मौ. रिजवान ने इसे दो पडौसियों का मामूली झगडा बताते हुए पलायन सरीखी घटिया राजनीति को अनुचित बताया है।