रविवार को शबरी मिलन, सुग्रीव मित्रता व बाली वध लीला का किया गया मनोहारी मंचन

रविवार को शबरी मिलन, सुग्रीव मित्रता व बाली वध लीला का किया गया मनोहारी मंचन
  • श्रीरामलीला मंचन करने कलाकार

देवबंद [24CN]: श्री विष्णु कला मंडल देवबंद के तत्वधान में आयोजित महोत्सव में बीती रात शबरी मिलन सुग्रीव मित्रता व बाली वध लीला का बड़ा ही मनोहारी मंचन किया गया।

रविवार को श्रीरामलीला कलाकारो ने मंचन किया कि जब अपनी पत्नी सीता को खोजते श्री राम व उनके भाई लक्ष्मण वनों में विचर रहे थे तभी रास्ते में शबरी नामक भिलनी की कुटिया पड़ी, जहां पहुंचकर राम और लक्ष्मण ने शबरी के जूठे बेर खाए। उसके बाद में सीता की खोज में निकल पड़े। राजा सुग्रीव ने जब उन दोनों को आते देखा तो हनुमान जी को उनका भेद लगाने के लिए भेजा।  हनुमान जी साधु का भेष बनाकर उनके पास गए और उनके बारे में पता किया। परिचय प्राप्त होने के बाद हनुमान जी दोनों को अपने कंधे पर बिठाकर किष्किंधा पर्वत पर ले गए और राजा सुग्रीव से भेंट कराई। राम जी ने सुग्रीव से अपनी आपबीती सुनाई, उसके बाद सुग्रीव ने भी बताया कि वह बाली के डर से अपनी पत्नी और बच्चों को छोड़कर इस पर्वत पर रह रहा है। इस पर राम जी ने उसकी मदद करने का आश्वासन दिया और बाली को अपने बाण से परलोक पहुंचाया, मरते-मरते बाली ने अपने पुत्र अंगद को प्रभु राम की सेवा में सौंप दिया। मंचन में राम का अभिनय दीपक प्रजापति, हनुमान का अभिनय बलवीर सैनी, लक्ष्मण का सागर कश्यप, शबरी का लक्ष्मण सैनी, सुग्रीव का अमित सैनी, बालि का सुमित सैनी ने किया।

इस अवसर पर मंडल संचालक नरेश मित्तल मंडल प्रभारी बृजेश कंसल मंडल अध्यक्ष नितिन गुप्ता कोषाध्यक्ष गगन मित्तल, मंडल उपाध्यक्ष अरुण गोयल, अनिल उपाध्याय, सुरेश शर्मा, रजत सैनी, महामंत्री सचिन शर्मा सह कोषाध्यक्ष प्रदीप मेहता, निखिल अग्रवाल वैभव अग्रवाल, सचिन माहेश्वरी, संजय सैनी तुषार मित्तल, दशहरा प्रमुख मनीष भारती निर्देशक बलवीर सैनी, अरविंद बंसल शिवम गुप्ता अक्षय बंसल आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।