यागराज। कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के बीच त्रिवेणी तट पर संयम, संस्कार व संस्कृति के संवाहक माघ मेला 2023 का भव्य स्वरूप निखर चुका है।
सुबह से ही श्रद्धालुओं ने पावन त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई। हजारों गृहस्थों ने सेक्टर तीन, चार, पांच में बने गंगा घाटों पर डुबकी लगाई। संगम व अन्य तटों पर गंगा में डुबकी लगाने का क्रम भोर से आरंभ हो गया है।
रात 1.21 बजे से बुधादित्य योग का संयोग भी बना। ग्रह-नक्षत्रों की अद्भुत जुगलबंदी से स्नान पर्व का महत्व बढ़ गया है। सुबह 8.14 बजे आर्द्रा नक्षत्र व ब्रह्म योग है। इसके बाद ऐंद्र योग रहेगा।
मेला प्रशासन की ओर से संगम समेत 14 स्नान घाट बनाए गए हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए दो हजार पुलिसकमिर्यों समेत करीब पांच हजार कर्मी लगे हैं। जल पुलिस के गोताखोर 50 मोटरबोट और 100 नाव पर तैनात हैं।
मेला और शहर क्षेत्र को सात जोन व 18 सेक्टर में बांटा गया है। शहर में स्थित रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों को विशेष जोन में शामिल किया गया है। यहां एडीएम और तथा चार एसीएम लगाए गए हैं। उनके साथ पुलिस अफसर भी तैनात किए गए हैं।
इसी तरह कंट्रोल रूम और कोविड प्रोटोकाल के लिए सीआरओ, पार्किंग स्थलों व स्नान घाटों को अलग जोन में रखा गया है। संगम के सरकुलेटिंग एरिया को भी विशेष जोन में रखते हुए एक एडीएम व तीन एसडीएम लगाए गए हैं। अरैल, झूंसी में भी अलग-अलग एसडीएम तैनात किए गए हैं।
मेलाधिकारी अरविंद चौहान ने बताया कि मेला क्षेत्र में संगम समेत 14 स्नान घाट बनाए गए हैं। ये घाट लगभग छह हजार रनिंग फीट में बने हैं। कंट्रोल रूम में पांच लाइन शुरू कर दी गई है। किसी भी समस्या के लिए श्रद्धालु कंट्रोल रूम में काल कर सकेंगे।