नववर्ष पर श्रद्धालुओं ने विभिन्न मंदिरों में पहुंचकर भगवान के दर्शन कर की पूजा-अर्चना

- नववर्ष के पहले दिन धार्मिक अनुष्ठान के साथ दिन की हुई शुरुआत
सहारनपुर। नए साल के मौके पर महानगर में श्रद्धालुओ ने विभिन्न मंदिरों में पहुंचकर भगवान के दर्शन कर पूजा-अर्चना कर उनका आशीर्वाद लिया। बुधवार की सुबह से ही लोग श्री बालाजी धाम, संत श्री निरंकारी मिशन, श्री साई धाम मंदिर में पहुंचना शुरू हो गए और आरती उपरांत भक्तों ने पंक्तिबद्ध होकर भगवान के दर्शन किए।
इसके उपरांत आयोजित कार्यक्रम में जयकारों से भक्तों ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया। इसके अलावा लाल द्वारा, श्री भूतेश्वर महादेव मंदिर, श्री पाठेश्वर महादेव मंदिर, श्री पातालेश्वर महादेव मंदिर, श्री बागेश्वर महादेव मंदिर, श्री विश्रामपुरी काल भैरव मंदिर, श्री हरि मंदिर, श्री नारायणपुरी मंदिर, तहसील शिव मंदिर, हनुमान मंदिर और मोहल्ला चैंताला स्थित श्री बालाजी धाम मंदिर में बड़ी संख्या में लोगों ने पहुंचकर पूजा अर्चना की।
नववर्ष को लेकर लोग विशेष तौर पर मंदिरों में पूजा अर्चना करने के लिए उत्साहित रहे। बुधवार अंग्रेजी नव वर्ष के प्रथम दिन सिद्धपीठ श्री बालाजी धाम में सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने पंक्तिबद्ध होकर बालाजी महाराज के दर्शन किए तथा अपने परिवार के कल्याण के लिए बाबा के चरणों में प्रार्थना की। आज के दिन प्रात: काल आरती के उपरांत से ही भक्त बाबा के दर्शन के लिए आना प्रारंभ हो गए थे। उसके उपरांत देर शाम तक परिवार सहित बड़ी संख्या में दर्शन करते रहे। आज के कार्यक्रम में सबसे पहले भक्तों ने सुंदरकांड पाठ और भजन किया।
इस अवसर पर श्री बालाजी धाम के संस्थापक अतुल जोशी महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं को आशीर्वचन में कहा कि वैसे तो सनातन सभ्यता का नव वर्ष नव संवत्सर को प्रारंभ होता है लेकिन संपूर्ण विश्व में सर्व प्रचलित होने के कारण कैलेंडर नववर्ष आज के दिन मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि यह वर्ष सभी के लिए नए उद्देश्यों और नए संकल्पों को लेकर आगे बढऩे का प्रयास करने का संकल्प ले। इस अवसर पर नगर विधायक राजीव गुंबर, अपर आयुक्त इंडस्ट्रीज श्रीमति अंजू रानी, नगर निगम कर अधिकारी सुधीर शर्मा, पार्षद वीरसेन, पार्षद मयंक गर्ग, पूर्व महानगर भाजपा राकेश गर्ग आदि ने भी बालाजी महाराज के दर्शन किए।
सहारनपुर नवाबगंज रोड स्थित नरूला डेरी पर स्वर्गीय यशपाल नरूला के द्वारा सेवा भाव के कार्यक्रम हर वर्ष किए जाते थे उन्हीं को आगे बढ़ाते हुए उनके पुत्र धीरज नरूला ने इस कड़ाके की ठंड में लोगों को ठंड से निपटने के लिए चाय वे बिस्किट का वितरण किया जिसमें हजारों की संख्या में लोगों ने रुक कर चाय में बिस्किट का प्रसाद ग्रहण किया और इस कड़ाके की ठंड में राहत पाई। इस बारे में जानकारी देते हुए धीरज नरूला ने बताया कि उनके पिता स्वर्गीय यशपाल नरूला लगभग 45 साल से इस पुण्य कार्य को करते थे और उसी कड़ी को आगे बढ़ते हुए उन्होंने भी इस कार्य का बीड़ा उठाया और वह नव वर्ष के दिन इस प्रसाद का वितरण किया।