मोदी सरकार को हुए 11 साल पर अखिलेश यादव ने मांगा 20 वर्ष का हिसाब, खुद बताई ये वजह

मोदी सरकार को हुए 11 साल पर अखिलेश यादव ने मांगा 20 वर्ष का हिसाब, खुद बताई ये वजह

नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार अपने 11 साल के कार्यकाल का जश्न मना रही है. लेकिन इस मौके पर समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर जोरदार हमला बोला है. लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश ने केंद्र और राज्य सरकार के 20 साल के शासन का हिसाब मांगा है. उन्होंने दिल्ली और लखनऊ सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए शिक्षा, रोजगार, निवेश, किसानों की समस्याओं और प्रशासनिक खामियों को लेकर भी तीखा हमला किया है.

अखिलेश यादव ने अपने बयान की शुरुआत एक हिंदी कहावत से की, “एक पे एक ग्यारह, और नौ दो ग्यारह.” उन्होंने कहा, ‘मेरा सवाल सिर्फ 11 साल का नहीं है. केंद्र सरकार के 11 साल और उत्तर प्रदेश सरकार के 9 साल मिलाकर कुल 20 साल होते हैं. इन 20 वर्षों का हिसाब जनता को देना होगा.’ इस दौरान अखिलेश ने सरकार से विभिन्न क्षेत्रों में अपने प्रदर्शन का लेखा-जोखा पेश करने की मांग की.

उन्होंने शिक्षा और रोजगार के मुद्दे पर सवाल उठाते हुए कहा, “शिक्षा के क्षेत्र में हम कितने पिछड़ गए? रोजगार देने में सरकार कितनी सफल रही? जिन निवेशों की बात की गई थी उनमें से कितना निवेश वास्तव में आया?” अखिलेश ने जोर देकर कहा कि उत्तर प्रदेश के लोग इसकी ज्यादा बारीकी से समीक्षा करेंगे. क्योंकि देश के प्रधानमंत्री इसी राज्य से आते हैं.

दिल्ली-लखनऊ में तालमेल की कमी

अखिलेश ने केंद्र और राज्य सरकार के बीच तालमेल की कमी को लेकर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘दिल्ली और लखनऊ के बीच कोई तालमेल नहीं दिखता. यह मैं नहीं कह रहा, यह इनकी योजनाओं में साफ झलकता है.’ उन्होंने गांव गोद लेने की योजना पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘जो गांव गोद लिए गए, अगर उनकी तस्वीर नहीं बदली, तो यह प्रश्नचिह्न उत्तर प्रदेश सरकार पर लगता है.’

बीजेपी पर आंतरिक टकराव का आरोप

सपा प्रमुख ने बीजेपी सरकार पर आंतरिक खींचतान का गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि ‘बीजेपी में जितने लोग हैं, वे एक-दूसरे के सिर से टकरा रहे हैं. कोई ऐसा विभाग नहीं है, जहां खींचतान न हो रही हो.’ अखिलेश ने गांवों की बदहाली का भी जिक्र किया और कहा कि ‘गांवों में आज भी गंदगी भरी हुई है, जो सरकार की नाकामी को दर्शाता है.’ किसानों की समस्याओं को लेकर अखिलेश ने सरकार को घेरते हुए सवाल किया, “फसलों का कोई एरियल सर्वे करता है क्या? आपको खुद जाकर किसानों का सामना करना चाहिए, जो आप करना नहीं चाहते.’ उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में आज भी बड़े पैमाने पर लोग बेरोजगारी और महंगाई से जूझ रहे हैं और सरकार इन मुद्दों पर ध्यान देने में विफल रही है.

कार्यवाहक डीजीपी पर तंज

अखिलेश ने राज्य के कार्यवाहक डीजीपी पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा, “जब तक स्थायी सरकार नहीं बनेगी तब तक प्रदेश को स्थायी डीजीपी नहीं मिलेगा. अब 2027 के बाद ही उत्तर प्रदेश को स्थायी डीजीपी मिल पाएगा.’


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