श्रीनगर । नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रदेश में व्याप्त बिजली संकट पर प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि एक तरफ उपराज्यपाल कहते हैं कि यहां बीते दो-तीन साल में कई नई परियोजनाएं शुरु की गई हैं,लोगों को 24 घंटे बिजली की आपूर्ति हो रही है। फिर यहां लोग बिजली कटौती क्यों झेल रहे हैं, वह सड़क पर क्यों है?
दक्षिण कश्मीर से नेशनल कांफ्रेंस की युवा इकाई के कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन के बाद पत्रकारों से बातचीत में उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर अब तक के सबसे गंभीर बिजली संकट से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि आज पूरे प्रदेश में बिजली कटौती 12-15 घंटे तक हो रही है। यह पाक रमजान का महीना चल रहा है और शायद ही लोगों ने कभी सहरी और इफ्तार के समय बिजली की रोशनी में अपने मजहबी फर्ज पूरे किए हों।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू में भीषण गर्मी पड़ रही है और वहां लोगों की हालत बिजली कटौती से बहुत बुरी हो चुकी है। उद्योगों पर भी इसका बुरा असर हाे रहा है। लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं और मौजूदा प्रदेश सरकार बिजली व्यवस्था बेहतर होने के दावे कर रही है। उन्होंने कहा कि आज मौसम विभाग ऐलान करता है कि कल हवा चलेगी और प्रदेश में बिजली बंद कर दी जाती है। नेकां उपाध्यक्ष ने कहा कि मौजूदा प्रदेश सरकार जनता की समस्याओं के प्रति पूरी तरह उदासीन है। यहां विकास सिर्फ कागजों में है। बेरोजगार और महंगाई लगातार बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। हालात लगातार बिगड़ रहे हैं, लेकिन कोई बोल नहीं सकता। अगर बोलेगा तो जेल जाएगा। उन्हाेंने कहा कि सरकार से सवाल करने पर,सरकार की जनविराोधी नीतियों पर सवाल उठाने वाले मीडिया कर्मियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। इससे पूर्व उन्होंने नेकां कार्यकर्ताओं को संबोधित करते उन्हें संगठन को मजबूत बनाने के लिए कहा। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू कश्मीर की पहचान, जम्मू-कश्मीर में जम्हूरियत की हिफाजत करना हमारा मकसद और जिम्मेदारी है।