लद्दाख के लेह में हुई हिंसा पर उमर अब्दुल्ला बोले, ‘अगर वहां कांग्रेस इतनी मजबूत है तो…’

केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह में बुधवार को हुई हिंसा के बाद यहां कर्फ्यू लगाया गया है. इस बीच जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार (25 सितंबर) को कहा कि लद्दाख में हालात खराब हैं. अफसोस है की लोगों की जान गई है. वहां के लोगों से अपील करुंगा कि वह कानून अपने हाथ में ना लें. आपसी भाईचारा बना रहे इसके लिए काम करना होगा.
उमर अब्दुल्ला ने हिंसा को लेकर कांग्रेस पर लग रहे आरोपों पर कहा, ”बीजेपी की हुकूमत है वह कुछ भी कह सकती है. अगर वहां कांग्रेस इतनी मजबूत है तो वहां उनका काउंसलर क्यों नहीं बना? जब बीजेपी के पास कहने को कुछ नहीं होता तो वह ऐसा कहती है की विदेशी ताकतें हैं.”
हिंसा में चार लोगों की मौत
लद्दाख को राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर हुए प्रदर्शन के दौरान लेह में बुधवार को हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी और 80 से अधिक लोग घायल हो गए थे. लेह एपेक्स बॉडी (एलएबी) की युवा शाखा ने विरोध प्रदर्शन और बंद का आह्वान किया था. एलएबी भूख हड़ताल पर बैठे लोगों को अस्पताल में भर्ती किए जाने का विरोध कर रही थी.
हिंसा के बाद जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने 15 दिन से जारी अपनी भूख हड़ताल बुधवार को समाप्त कर दी और शांति की अपील की. वहीं प्रशासन ने कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया.
बीजेपी के आरोपों पर क्या बोली कांग्रेस?
सरकार का कहना है कि लद्दाख में सोनम वांगचुक ने भड़काऊ बयानों से भीड़ को उकसाया. वहीं बीजेपी ने आरोप लगाया कि लद्दाख में हुई हिंसा बांग्लादेश, नेपाल और फिलीपींस जैसे हालात पैदा करने की कांग्रेस की नापाक साजिश का हिस्सा है.
बीजेपी के आरोपों पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी. कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि कांग्रेस का इससे कोई लेना-देना नहीं है. सोनम वांगचुक महीनों से राज्य के दर्जे के लिए आंदोलन कर रहे हैं. लद्दाख की इस स्थिति के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है.