सडको के गडढा मुक्त करने के मुख्यमंत्री के अभियान को अधिकारियो ने दिखाया ठेंगा

अभियान के अंतर्गत गडढो मे डाली गयी बजरी बिखरकर सडक के किनारे पहुंची,
गडढे बन रहे है जानलेवा हादसो का सबब
नकुड 6 मार्च इंद्रेश। मुख्यमंत्री के गडढा मुक्त सडक अभियान की लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियो व ठेकेदारो ने मिलकर हवा निकाल दी है। अभियान के तहत लाखो रूपये खर्च करने के बाद भी सडको का बूरा हाल है। गडढो मे डाली गयी बजरी उखडकर सडको के किनारे पंहुच गयी है। सडको के गडढे जानलेवा हादसो का सबब बन रहे है।
दिसंबर माह मे मुख्यमंत्र.ी योगी आदित्यानाथ ने लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियो को प्रदेश मे सडको केा अभियान चलाकर गडढामुक्त कराने के निर्देश दिये थे। जिसके अंतर्गत सभी सडको के लिये लोकनिर्माण विभाग ने गडढो को भरने के लिये मोटी धनराशि खर्च भी की । पंरतु दो माह मे ही इस अभियान की कलई खुल गयी है।
नकुड सहारनपुर माग करीब 24 किमी लंबा है। इस सडक पर विगत वर्ष फरवरी मार्च मे ही बांदुखेडी से सढोली तक लेपन कार्य किया गया था। पंरतु दिसंबर से पहले ही सडक पर डाली गयी डामर की परत उखडने से जगह जगह गडढे बन गये। जिससे पाटने के लिये विभागीय अधिकारियो ने ठेकेदारो के माध्यम से इन गडढो मे तारकोल मिलाकर बजरी डलवाई। पंरतु चंद दिनो के अंदर ही गडढो मे डाली गयी बजरी बिखर कर सडक के किनोरे पर चली गयी ।
गडढे आज भी ज्यों के त्यों है। सहारनपुर के मानकमउ से लेकर नकुड तक सडक पर बने गडढे मुख्यमंत्री के अभियान का मखौल सा उडा रहे है। सवाल यह है कि जब एक माह मे गडढो मे डाली गयी बजरी तारकोल उखडकर सडक के किनारे चला गया तो ठेकेदार को पैसे का भुगतान कैसे हो गया।
सडक पर लेपन मे डाली गयी सामग्री उखडकर बने ये गडढे सडको पर हादसो का बडा कारण भी बन रहे है। अधिकांश दुपहिये वाहन इन गडढो के कारण हादसो का शिकार बनते है। गडढो से बचने के चक्कर मे लोग बडे वाहनो की चपेट मे आकर हादसो के शिकार होते है। अभी तक इन हादसो मे कई लोग अपनी जान गंवा चुके है। पंरतु लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी आंख बंद करके बैठे है।
भाकियु के मंडल अध्यक्ष अशोक चैधरी, देवीसिंह, पूर्व ब्लाक अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर आदि ने आरोप लगाया कि गडढे भरने के नाम पर अधिकारियो ने अभियान मे आये पैसे का दुरूपयोग किया है। उन्होंने जिलाधिकारी से इस अभियान मे खर्च हुए धन की जांच कराने तथा आरोपी अधिकारियो व ठेकेदारो के खिलाफ कडी कार्रवाई कराने की मांग की है।