अब केरल में बढ़ सकती हैं कांग्रेस की मुसीबतें, पार्टी के कई बड़े नेता खफा

अब केरल में बढ़ सकती हैं कांग्रेस की मुसीबतें, पार्टी के कई बड़े नेता खफा
  • देश की सबसे पुरानी और मजबूत पार्टी कांग्रेस अब सिमट सी गई है. एक तरफ लोकसभा से लेकर विधानसभा चुनावों में कांग्रेस लगातार हार का सामना कर रही है. वहीं दूसरी अब उसके पास जो राज्य की सत्त बची है वो ही डगमगा रही है.

नई दिल्ली: देश की सबसे पुरानी और मजबूत पार्टी कांग्रेस अब सिमट सी गई है. एक तरफ लोकसभा से लेकर विधानसभा चुनावों में कांग्रेस लगातार हार का सामना कर रही है. वहीं दूसरी अब उसके पास जो राज्य की सत्त बची है वो ही डगमगा रही है. राजस्थान से लेकर पंजाब में कांग्रेस अपनी ही पार्टी के अंदर हो रही गुटबाजी से परेशान है. इन दोनों राज्यों में मामला शांत भी नहीं हुआ था कि अब केरल में भी कांग्रेस की मुसीबत बढ़ने वाली है.  बताया जा रहा है कि केरल में पार्टी असंतोषकी स्थिति का सामना कर रही है. इसके पीछे केरल कांग्रेस में कई वरिष्ठ नेताओं की असंतुष्टी है. कहा जा रहा है कि केरल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हाईकमान के ओर से लगातार नजरअंदाज किए जाने से अंसतुष्ट है.

बता दें कि प्रदेश में आए चुनाव नतीजों में पार्टी की हार के बाद कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष ए. रामचंद्रन को पद से हटा दिया था. इसके अलावा विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला को भी हटाया गया है.

कांग्रेस को पंजाब और राजस्थान में मुद्दों को हल करने के लिए कठिन समय का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि युवा नेता अपने हक की मांग कर रहे हैं, जबकि उसे अगले साल उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड सहित प्रमुख चुनावों की तैयारी करनी है.