अब मरीजों को मिलेगा काढ़ा, कोरोना को मात देने में करेगा काम, विशेषज्ञ हर बीमारी पर रखेंगे नजर

कोरोना के साथ मजबूती से जंग के लिए मेडिकल कॉलेज को तैयार किया जा रहा है। यहां मरीजों को काढ़ा दिया जाएगा, ताकि उन की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो सके और वे कोरोना से जीत सकें। अगर किसी मरीज को हृदय, किडनी या फेफड़े की पुरानी बीमारी है तो विशेषज्ञ चिकित्सक इन पर नजर रखेंगे। विशेषज्ञ चिकित्सकों का व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है, जिस पर मरीज से संबंधित विचार विमर्श किया जाएगा।

दरअसल, जिन कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है, उनकी पड़ताल करने के बाद विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना संक्रमण तो है ही लेकिन इसके अलावा अन्य बीमारियां मरीज की मौत की वजह बन रही हैं। केजीएमयू के प्रोफेसर डॉ. सूर्यकांत त्रिपाठी ने इस संबंध में सोमवार को मेडिकल कॉलेज सभागार में मेडिकल प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने बताया कि आयुष मंत्रालय की गाइडलाइंस के मुताबिक काढ़ा की व्यवस्था करा दी गई है। व्हाट्सएप ग्रुप बना दिया गया है। कोरोना के हर मरीज का इस तरह ब्यौरा तैयार किया जाएगा, जिसमें उसकी पिछली बीमारियों का भी जिक्र होगा। कोरोना के इलाज के साथ- साथ विशेषज्ञ चिकित्सक वह जिस बीमारी से पीड़ित होगा, उसका भी साथ- साथ इलाज करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि ऐसा करने से मरीजों की जान बचाई जा सकेगी।

डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि चिकित्सकों को सलाह दी गई है कि वे कोरोना के मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला खाना खिलाएं, जैसे हरी सब्जियां। उन्हें योग कराएं। मन को शांत करने वाला म्यूजिक सुनवाएं। सूफी संगीत और भजन आदि। काढ़े के लिए मेडिकल कॉलेज के एक चिकित्सक के जरिए पतंजलि ग्रुप में आचार्य बालकृष्ण से बातचीत की गई है। उन्होंने यहां काढ़ा उपलब्ध कराने पर सहमति जताई है। बैठक में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आरसी गुप्ता, सीएमओ डॉ. राजकुमार, प्रमुख अधीक्षक डॉ. धीरज बालियान, जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. विश्वास चौधरी, डॉ. पूजा शर्मा और मेडिकल कॉलेज के सभी विभागों के अध्यक्ष और चिकित्सक व स्टाफ मौजूद रहे।

ऐसे तैयार होगा काढ़ा
काढ़ा (हर्बल चाय) आयुष विभाग द्वारा सुझाए गए उत्पादों से तैयार किया जाएगा। इसमें तुलसी, काली मिर्च, सूखी अदरक, मुनक्का, गुड़ और नींबू आदि का प्रयोग किया जाएगा।

सीसीटीवी कैमरों से निगरानी, वीडियो नहीं हो सकेंगे वायरल
मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 में 35 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, जिनसे निगरानी की जा रही है। इसे सीएमओ कार्यालय से भी जोड़ने की बातचीत चल रही है। डॉ. सूर्यकांत त्रिपाठी का कहना है कि अगर सही तरीके से निगरानी होगी तो जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, वह नहीं हो पाएंगे, क्योंकि मेडिकल प्रबंधन को पहले ही पता चल जाएगा कि कोई अव्यवस्था तो नहीं है। उसे दूर किया जा सकेगा।


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