नई दिल्ली। Delhi Politics Amanatullah Case: आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी रहता है। कुछ दिन पहले राजनीतिक गलियारे में एक बड़ी खबर फैली की भाजपा आप नेताओं को खरीदने के लिए मोटी रकम खर्च कर रही है। वो आप के नेताओं को तोड़कर भाजपा में शामिल करना चाहती है जिससे आप सरकार गिर जाए। इस तरह की बातें पता चलने के बाद आम आदमी पार्टी ने इसे आपरेशन लोटस नाम दिया था। सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी अपने सभी विधायकों को विधानसभा में बुलाकर एकता का परिचय दिया था, साथ ही ये भी ऐलान किया था कि आप के विधायक बिकने वाले नहीं है।

डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने किया ट्वीट, कहा आपरेशन लोटस जारी

अब डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने अपने इंटरनेट मीडिया एकाउंट ट्विटर पर एक ट्वीट करते हुए एक बार फिर से इस आपरेशन का नाम लिया है। दरअसल आप विधायक अमानतुल्लाह के ट्विटर हैंडल से उनकी पत्नी के हवाले से एक वीडियो ट्वीट किया गया है। इस वीडियो में दिख रहा है कि दिल्ली पुलिस और कुछ अन्य अधिकारी विधायक के फ्लैट पर छानबीन करने पहुंचे हैं, इस टीम को छानबीन के दौरान कुछ भी नहीं मिलता है।

वीडियो में ये बातें सुनी जा सकती है। टीम जब छानबीन करके वहां से जा रही होती है तो लोग शोर भी मचाते हैं। इसी भीड़ में से कोई कहता है कि शोर न करो, इन लोगों को कुछ नहीं मिला है और खाली हाथ जा रहे हैं। इसी वीडियो को रिट्वीट करते हुए मनीष सिसोदिया ने अपने ट्वीट में लिखा है कि पहले इन्होंने सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया, पर कोर्ट में उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है।

इन्होंने मेरे घर पर रेड डाली। कुछ नही मिला।

फिर कैलाश गहलोत के खिलाफ एक फर्जी जांच शुरू की, और अब अमानतुल्लाह खान को गिरफ्तार किया है।

AAP के हरेक नेता को तोड़ने के लिए ऑपरेशन लोटस जारी है

वक्फ बोर्ड में भर्ती घोटाला

मालूम हो कि शुक्रवार को दिल्ली वक्फ बोर्ड में कर्मचारियों की भर्ती मामलें में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने आम आदमी पार्टी के ओखला से विधायक और दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष अमानतुल्लाह खान को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पूर्व बृहस्पतिवार को एसीबी ने विधायक को इसी मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था। इस बीच एसीबी ने चार स्थानों पर छापेमारी कर मिले सुबुतों के आधार पर अमानतुल्लाह को गिरफ्तार किया है।

बाधा डालने की कोशिश का आरोप

छापेमारी के दौरान अमानतुल्लाह के रिश्तेदारों और करीबियों ने छापेमारी टीम के साथ कार्य में बाधा डालने की कोशिश की। इसके चलते एसीबी को स्थिति नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल भी बुलाना पड़ा। एसीबी के मुखिया मधुर वर्मा के मुताबिक छापेमारी के दौरान एक गैर लाइसेंसी पिस्टल व एक अन्य अवैध हथियार के साथ कई कारतूस और 24 लाख से अधिक नकद समेत कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं।