सुपरटेक ट्विन टावर रविवार की दोपहर ढाई बजे यानी 02:30 बजे (28 अगस्त) गिरा दिए गए। नोएडा सेक्टर-93ए में अवैध तरीके से बनाई गई बिल्डिंग विस्फोट के जरिए ध्वस्त हो गईं। इसे गिराने में 3500 किलो विस्फोटक का प्रयोग किया गया। इसको लेकर सुरक्षा व्यवस्था भी मजबूत की गई। आसपास के रिहायशी इलाकों को खाली कराया गया। भारी पुलिस बल तैनात किया गया। यहां जानें सुपरटेक से जुड़े हर प्रकार का अपडेट…
Noida Supertech Twin Tower Demolition Live: नौ सेकंड, चार धमाके और भ्रष्टाचार के ट्विन टावर ध्वस्त

- सुपरटेक के ट्विन टावर एपेक्स और सियान रविवार को गिरा दिए। रविवार दोपहर 02:30 बजे एक बटन दबाकर 9 सेकेंड में ढहा दिया। इस दौरान आसपास धूल का गुबार हवा में इकट्ठा हो गया। एडफिस कंपनी के इंडियन ब्लास्टर चेतन दत्ता ने सुपरटेक के दोनों टावर को ध्वस्त करने के लिए ट्रिगर दबाया।
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04:10 PM, 28 Aug 2022
अब बढ़ेंगी स्वास्थ्य चुनौतियां
सुपरटेक ट्विन टावर के ध्वस्त होने के बाद अब स्वास्थ्य चुनौतियां बढ़ेंगी। क्योंकि अब यहां से तीन महीने तक मलबा उठाया जाना है। टावरों के ध्वस्त होने से करीब 88000 हजार टन मलबा निकलेगा, जिस कारण इसका निस्ताकरण करते समय धूल उड़ेगी।
केरल के कोच्चि और मराडु में जनवरी 2020 में चार टावर होली फेथ एच 20, अल्फा सिरीन, जैन कोरल कोव व गोल्डन कायलओरम के ध्वस्तीकरण के बाद आसपास के लोगों को महीनों तक स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हुई थीं। इसमें सिरदर्द, अस्थमा, अटैक, जुकाम, कफ और एलर्जी के कारण लोग कई सप्ताह तक परेशान रहे थे।
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03:59 PM, 28 Aug 2022
कैसे ढेर हुआ सुपरटेक ट्विन टावर
सुपरटेक ट्विन टावर विस्फोट होने के बाद मलबे में बदल गया। जिनमें एपेक्स टावर 32 मंजिल और 102 मीटर का ऊंचा था। वहीं, सियान 29 मंजिल का (करीब 95 ऊंचा) था। अब वहां सिर्फ मलबा ही दिख रहा है।
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03:41 PM, 28 Aug 2022
नोएडा एक्सप्रेसवे खुला, अब शाम को घर लौटेंगे सोसायटी के लोग
सुपरटेक ट्विन टावर गिर गए, अब एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज सोसायटी के लोग घर वापस लौटेंगे। इन्हें शाम 4 बजे के बाद आने के लिए कहा गया है। दोनों सोसायटी के करीब 2700 फ्लैट में रहने वाले करीब 7000 लोग दूसरी जगह पर शिफ्ट हुए थे।
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02:37 PM, 28 Aug 2022
सुपरटेक ट्विन टावर हुए ध्वस्त
नोएडा के सेक्टर-93ए में स्थित सुपरटेक ट्विन टावर (Supertech Twin Towers) ध्वस्त हो गए। ध्वस्तीकरण के दौरान आसपास धूल का गुबार हवा में हुड़ता हुआ दिखाई दिया। यह काफी देर तक हवा में रहा। इस दौरान इसे देखने के लिए एक्सक्लूशन जोन से दूर काफी लोग इकट्ठे हो गए थे।
विस्फोट को लेकर कुछ जरूरी बातें-
- दोनों टावरों के पिलर में 9800 छेद किए गए, जिनमें 3500 किलो बारूद भरा था। 120 ग्राम से 365 ग्राम तक हर छेद में विस्फोटक लगाया गया।
- 40 लोगों ने विस्फोटक लगाया और 10 विशेषज्ञों की ओर से पूरी प्रक्रिया में योगदान दिया।
- एपेक्स और सियान टावर में दो-दो विस्फोट हुए। सियान टावर में पहला विस्फोट, जबकि एपेक्स में दूसरा विस्फोट किया गया।
- 200 से 700 मिली सेकेंड के अंतराल में सभी तलों में विस्फोट हुआ। रिमोट के जरिये बटन दबाकर इमारत को जमींदोज किया गया।
- ट्विन टावर सिर्फ 9-12 सेकेंड में धूल में मिल गए। इनसे करीब 88000 टन मलबा निकलने की संभावना है। जिसे हटाने में 3 महीने का समय लग जाएगा।
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02:29 PM, 28 Aug 2022
विस्फोट देखने के लिए इकट्ठे हुए लोग
नोएडा के सेक्टर-93ए में स्थित सुपरटेक ट्विन टावरों (Supertech Twin Towers) को ध्वस्त होते हुए देखने के लिए लोग इकट्ठे हो गए। वह इस ऐतिहासिक क्षण को अपनी आंखों से देखना चाहतेऔर मोबाइल में कैद करना चाहते थे। देश में यह पहली बार है कि 100 मीटर ऊंची इमारत ढहाई गई हो।
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02:28 PM, 28 Aug 2022
ब्रिंकमैन ने तैयार किया ब्लास्ट डिजाइन, बोले- पूरी तरह से सुरक्षित
सुपरटेक ट्विन टावरों को ध्वस्त करने के लिए दक्षिण अफ्रीकी कंपनी जेट डिमोलिशन के निदेशक जो ब्रिंकमैन ने ही इस इमारत का ब्लास्ट डिजाइन तैयार किया है। उन्हें इस क्षेत्र में करीब 40 वर्षों का अनुभव है। ब्रिंकमैन दूसरे व्यक्ति होंगे जो ट्रिगर प्वाइंट पर मौजूद रहेंगे। ब्रिंकमैन को पूरा भरोसा है कि रविवार को दोपहर ढाई बजे दोनों टावरों को जमीन पर गिराए जाने से कोई नुकसान नहीं होगा। चेतन दत्ता ने बताया कि ये इमारतें हाई सिसमिक जोन में हैं।
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02:19 PM, 28 Aug 2022
नोएडा एक्सप्रेसवे हुआ बंद
जागरण संवाददाता मोहम्मद बिलाल ने बताया कि टावर गिरने से पहले कुछ देर के लिए नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे बंद कर दिया गया है। यहां से डायवर्जन लागू किया गया है। ताकि किसी भी तरह की घटना न हो।
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02:17 PM, 28 Aug 2022
ध्वस्तीकरण के बाद की तैयारी
नोएडा ट्विन टावर ध्वस्तीकरण के बाद पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से प्रभावित क्षेत्रों में सड़क, फुटपाथ, सेन्ट्रल वर्ज एवं पेड़-पौधों की धुलाई के लिए वाटर टैंकर्स, मैकेनिकल स्वीपिंग मशीन एवं सफाई कर्मचारियों की तैनाती की गई है। जागरण संवाददाता धर्मेंद्र चंदेल ने बताया कि आपात स्थिति से निपटने की पूरी व्यवस्था की गई है।
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02:07 PM, 28 Aug 2022
जियो टैक्सटाइल कपड़े से ढकी गई इमारत
ट्विन टावर को जियो टैक्सटाइल कपड़े से ढका गया गया है। वहीं, आसपास की इमारतों को भी इसी तरीके से ढका गया है। एक्सपर्ट्स की मानें तो यह कपड़ा ब्लास्ट के दौरान मलबे के यहां-वहां फैलने से रोकेगा। वहीं गैस पाइप लाइन को बचाने के लिए स्टील प्लेट बिछाई गई है।
- 01:56 PM, 28 Aug 2022
आधे घंटे के लिए बंद हुआ नोएडा एक्सप्रेसवे
नोएडा से ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेस-वे की ओर जाने वाले यातायात को महामाया फ्लाईओवर से सेक्टर-37 की ओर डायवर्ट किया जाएगा। वाहन चालकों को सिटी सेंटर, सेक्टर-71 होकर गंतव्य की ओर जाना पड़ेगा। यह मार्ग दोपहर 2:15 बजे से 2:45 बजे तक बंद रहेगा। इसको लेकर डायवर्जन किया गया है।
- 01:51 PM, 28 Aug 2022
सुपरटेक टावर के आसपास एक नॉटिकल मील तक बंद रहेगा एयर स्पेस
टावरों के आसपास एक समुद्री मील (One Nautical Mile) का हवाई क्षेत्र विमानों के लिए बंद रहेगा। नोएडा प्राधिकरण ने बताया कि एक समुद्री मील का हवाई क्षेत्र (Air Space) उड़ानों के लिए कुछ समय के लिए बंद रहेगा। एक नॉटिकल मील लगभग 1.8 किलोमीटर के बराबर होता है।
- 01:43 PM, 28 Aug 2022
बिल्डिंग गिरने की कहीं खुशी, कहीं गम
सुपरटेक ट्विन टावरों के गिरने की कहीं खुशी कहीं गम है। बिल्डिंग के पास गेझा गांव की झोपड़ियों में रहने वाले कुछ बच्चे कह रहे हैं कि वो काफी उत्साहित हैं। ऐसा नजारा सिर्फ टीवी पर ही देखने को मिलता है। लेकिन इसे वह अपनी आंखों से देखेंगे। वहीं कुछ और बच्चों का कहना है कि किसी के सिर पर छत भी नहीं है और यहां बिल्डिंग को गिराया जा रहा है।
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01:27 PM, 28 Aug 2022
टावरों को गिराने से पहले प्रशासन और प्राधिकरण मुस्तैद
सुपरटेक ट्विन टावर के आसपास 400 की संख्या में पुलिसकर्मियों को लगाया गया है। वहीं, दमकल विभाग की गाड़ियां और कर्मचारी मौजूद हैं। विस्फोट से पहले फायर कर्मियों को अधिकारी दिशा निर्देश दे रहे हैं। किसी भी सूरत में आपात स्थिति में निपटने के लिए एंबुलेंस, एनडीआरएफ की टीम भी मौजूद है।
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01:12 PM, 28 Aug 2022
खाली हुईं सोसायटी
नोएडा के सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक ट्विन टावरों (एपेक्स और सियान) के पास एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज सोसायटी को पूरी तरह से खाली करा दिया गया है। 2700 फ्लैट में रहने वाले करीब 7000 लोग कहीं और शिफ्ट हो गए हैं। इन्हें शाम 4 बजे के बाद अपने घर लौटने की अनुमति होगी। फिर भी इन्हें प्रशासन से अनुमति लेनी होगी। सोसायटी के 3000 वाहन, पालतू जानवारों को भी बाहर निकाला गया है।
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01:03 PM, 28 Aug 2022
सुपरटेक ट्विन टावर के ध्वस्त होने के बाद बढ़ेंगी स्वास्थ्य चुनौतियां
केरल के कोच्चि और मराडु में जनवरी 2020 में चार टावर होली फेथ एच 20, अल्फा सिरीन, जैन कोरल कोव व गोल्डन कायलओरम के ध्वस्तीकरण के बाद आसपास के लोगों को महीनों तक स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हुई थीं। इसमें सिरदर्द, अस्थमा, अटैक, जुकाम, कफ और एलर्जी के कारण लोग कई सप्ताह तक परेशान रहे थे।
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12:51 PM, 28 Aug 2022
केरल में एक साथ ढहाए गए थे 4 टावर
केरल में ढहाए गए चार टावरों में तीन की ऊंचाई 17 मंजिल और एक की ऊंचाई 19 मंजिल थी। वहीं देश के बाहर अब तक करीब 200 इमारतों को गिराया जा चुका है। इनमें सबसे पहले ब्राजील में वर्ष 1975 में विल्सन मेंडस नामक 110 मीटर ऊंची इमारत को मेट्रो स्टेशन का रास्ता बनाने के लिए ध्वस्त किया गया था। 100 मीटर से ऊंची 19 इमारतें परंपरागत तरीके से तोड़ी गई हैं। दुनियाभर में अभी तक करीब 50 मीटर से ऊंचे 200 टावर ध्वस्त किए गए हैं।
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12:36 PM, 28 Aug 2022
ध्वस्तीकरण से पहले की गई पूजा
नोएडा के सुपरटेक ट्विन टावर (एपेक्स व सियान टावर) को ध्वस्त करने से पहले पूजा अर्चना की गई। इस दौरान एडफिस के जिगर मेहता और अन्य लोग मौजूद थे।
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12:31 PM, 28 Aug 2022
ध्वस्तीकरण प्रक्रिया को दिया जा रहा फाइनल टच
नोएडा के सुपरटेक ट्विन टावरों के ध्वस्तीकरण को फाइन टच दिया जा रहा है। ध्वस्तीकरण प्रक्रिया के आखिरी चरण को पूरा करने के लिए एडफिस के विशेषज्ञ एपेक्स और सियान टावर में गए हैं। वहां पूरी व्यवस्था को देखेंगे। इसके बाद बाहर आकर दोपहर ढाई बजे (02:30 बजे) बटन दबाकर टावर जमींदोज किए जाएंगे।
- 12:19 PM, 28 Aug 2022
कुतुबमीनार से भी ऊंचे ट्विन टावर
दिल्ली से सटे नोएडा में कुतुबमीनार से ऊंचे दो रिहायशी टावर एक ब्लास्ट के साथ मिट्टी में मिल जाएंगे। मिली जानकारी के मुताबिक, तय योजना के तहत नोएडा में सुपरटेक बिल्डर के ट्विन टावर (सियान और एपेक्स) को रविवार को दोपहर 2:30 पर 3700 किलोग्राम बारूद से विस्फोट किया जाएगा। इसके 9 से 13 सेकेंड के भीतर दोनों टावर नीचे आ जाएंगे।
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12:00 PM, 28 Aug 2022
लगाई गई स्माग गन
नोएडा ट्विन टावर (एपेक्स व सियान) के आसपास की सोसायटियों और चौराहों पर स्माग गन लगाया गई है। जिससे ध्वस्तीकरण के बाद उड़ने वाली धूल को नियंत्रित किया जा सके। क्योंकि विस्फोट के बाद धूल करीब हवा में 10-15 मिनट तक रहेगी
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11:46 AM, 28 Aug 2022
प्रदूषण मापने के लिए लगाई मशीन
सुपरटेक ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण (Supertech Twin Tower Demolition) को लेकर प्रदूषण के स्तर की निगरानी के लिए विध्वंस स्थल पर विशेष धूल मशीन स्थापित की गई है। जो हवा में धूल की मात्रा को मापेगी।
#SupertechTwinTowers demolition | Special dust machine installed at demolition site to monitor pollution levels after the demolition takes place in Sector 93A, UP pic.twitter.com/hxzKuzRFPn
- 11:32 AM, 28 Aug 2022
सोसायटी के लोग चिंतित
नोएडा के ट्विन टावरों के बनने से लेकर ध्वस्त होने तक सोसायटी के लोग चिंतित हैं। सोसायटी में रहने वाले एक दंपति ने कहा कि पहले निर्माण कार्य के चलते शोर और धूल का उड़ना रहता था, अब ध्वस्तीकरण के कारण घर के सुरक्षित रहने की चुनौती है।
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11:18 AM, 28 Aug 2022
3700 किलो विस्फोट से ढह जाएंगे ट्विन टावर
दोनों टावरों को ढहाने के लिए 3700 किलो विस्फोट लगाया है, जो 9800 छेदों में भरा गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक, 9 सेकेंड के भीतर ही दोनों टावर जमींदोज हो जाएंगे। इसके बाद 13 से 15 मिनट तक धूल का गुबार रहेगा। दोनों टावरों को गिराने के दौरान 30 मिनट तक रविवार दोपहर 2:15 से 2:45 मिनट तक नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे भी बंद रहेगा।
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11:05 AM, 28 Aug 2022
इन्हें मिला है बटन दबाने का जिम्मा
एडफिस कंपनी के इंडियन ब्लास्टर चेतन दत्ता जब सुपरटेक के दोनों टावर को ध्वस्त करने के लिए ट्रिगर दबाएंगे तो उनके साथ जेट डिमोलिशन कंपनी के जो ब्रिंकमैन और चार लोग भी 100 मीटर के दायरे में मौजूद रहेंगे। चेतन दत्ता ने बताया कि पहले बाक्स को चार्ज किया जाएगा और उसके बाद बटन (ट्रिगर) दबाया जाएगा। इसके बाद जो करीब 9640 डी लेयर्स लगी हैं, उनमें करंट पहुंच जाएगा और विस्फोट होना शुरू हो जाएगा।
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10:52 AM, 28 Aug 2022
यूपी के कई शहरों की मुसीबत बढ़ाएगी ट्विन टावर की धूल
टावर ध्वस्तीकरण के दिन रविवार को मौसम शुष्क रहेगा और इस दिन बारिश के आसार बेहद कम हैं। रविवार को हवा का रुख उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर से रहेगा। मौसम शुष्क रहने के साथ हवा की रफ्तार करीब 25 किलोमीटर के आसपास रहने की संभावना है। ऐसे में हवा धूल कणों को पूर्व की तरफ धकेलेगी। इससे हवा धूलकणों को दिल्ली के बजाए उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों की ओर ले कर जाएगी।
- 10:41 AM, 28 Aug 2022
ताश के पत्तों को तरह ढह जाएंगे सुपरटेक ट्विन टावर
ट्विन टावरों (Twin Towers) को गिराने का काम वाटरफॉल इंप्लोजन तकनीक (Waterfall Implosion Technique) के जरिए किया जाएगा, जो उन्हें ताश के पत्तों की तरह कुछ ही सेकेंड में नीचे गिरा देगा। वाटरफॉल तकनीक का मतलब है कि मलबा पानी की तरह गिरेगा। यह तकनीक शहरों में इमारतों को ध्वस्त करने के काम आती है, जिसमें नियंत्रित विस्फोटों की आवश्यकता होती है। अगर ऐसा नहीं होगा तो एक विस्फोट में मलबा दूर-दूर तक फैल जाएगा, जो बहुत नुकसान पहुंचा सकता है।
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10:35 AM, 28 Aug 2022
सड़कें ऊंची करने के काम आएगा मलबा
साइट पर सरिया व अन्य धातु अलग कर बचे मलबे को नीची सड़कों पर डालकर उनका स्तर ऊंचा किया जाएगा। वहीं, बिल्डिंग के आसपास और बेसमेंट के ऊपर मिट्टी की तीन मीटर मोटी परत बिछाकर पौधारोपण किया जाएगा। इससे यह जगह वास्तव में जिस स्थिति में होनी चाहिए थी, ध्वस्तीकरण के बाद टावर गिरने पर उसी स्थिति में नजर जाएगी।
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10:17 AM, 28 Aug 2022
चार हजार टन निकलेगा सरिया
मलबे में चार हजार टन वजन सरिया का होगा। अनुबंध के तहत एडफिस इंजीनियरिंग इस सरिया को अपने पास रखेगा। बाकी निकलने वाल मलबे का निस्तारण किया जाएगा। विस्फोट होने के बाद दोनों टावर के डबल बेसमेंट को मलबे से भर दिया जाएगा। इसमें करीब 25 हजार टन मलबा निस्तारित हो जाएगा।
- 10:03 AM, 28 Aug 2022
सुपरटेक ट्विन टावर में बारूद में कैसे दौड़ेगा करंट?
रविवार दोपहर 02:30 बजे एक बटन दबाकर ट्विन टावरों को 9 सेकेंड में ढहा दिया जाएगा। एडफिस कंपनी के इंडियन ब्लास्टर चेतन दत्ता सुपरटेक के दोनों टावर को ध्वस्त करने के लिए ट्रिगर दबाएंगे। दोपहर ढाई बजे चेतन दत्ता ब्लैक बॉक्स से जुड़े हैंडल को कम से कम 10 बार घुमाएंगे। इसके बाद लाल रंग का बल्ब जलना शुरू कर देगा, जो जलेगा और बुझेगा। इससे यह पता चल जाएगा कि अब ब्लास्ट के लिए बटन दबने को तैयार है।
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09:50 AM, 28 Aug 2022
ट्विन टावरों को गिराने की तरीख में कब-कब बदलाव हुआ?
- सुप्रीम कोर्ट ने 31 अगस्त 2021 को टावरों को अवैध घोषित करते हुए तीन महीने में गिराने का आदेश दिया था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
- 22 मई 2022 को दोनों टावर को ढहाया जाना था, लेकिन तैयारियां पूरी नहीं होने की वजह से ऐसा नहीं हो पाया।
- एजेंसी ने 20 फरवरी 2022 से ट्विन टावर साइट को अपने कब्जे में लिया।
- एजेंसी ने 10 अप्रैल 2022 को टावर में टेस्ट ब्लास्ट किया।
- 21 अगस्त 2022 को टावर ढहाने की तारीख तय की गई, लेकिन विस्फोट के लिए एनओसी मिलने में देरी होने से ऐसा नहीं हो पाया।
- अब 28 अगस्त 2022 को दोनों टावर को ढहाया जाएगा।
- बिल्डिंग में विस्फोटक लगाने का काम 24 अगस्त तक पूरा कर लिया।
- टावर गिराने के बाद मलबा निकालने में 90 दिन का समय लग जाएगा।
- 09:35 AM, 28 Aug 2022
आखिर क्या है पूरा विवाद?
सुपरटेक और सोसायटी के लोगों के बीच यह लड़ाई एक दशक से ज्यादा चली। अवैध तरीके से बनाए गए टावरों को नियमों के मुताबिक ज्यादा ऊंचा कर दिया गया और दोनों के बीच में दूरी 16 मीटर रखने की जगह 9 मीटर रख दी। इस दौरान लोग कोर्ट पहुंच गए।
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09:09 AM, 28 Aug 2022
पुलिस का सख्त पहरा
सुपरटेक ट्विन टावर्स विध्वंस स्थल पर 560 पुलिसकर्मी, रिजर्व फोर्स के 100 लोग, 4 क्विक रिस्पांस टीम और एनडीआरएफ टीम तैनात की गई हैं। एक्सक्लूशन जोन (विध्वंस स्थल) को पूरी तरह से खाली करा दिया गया है। सड़कें सुनसान नजर आ रही हैं।
- 09:00 AM, 28 Aug 2022
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे आधे घंटे के लिए रहेगा बंद
विस्फोट से ठीक पहले नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे दोपहर 2:15 बजे से 2:45 बजे तक बंद रहेगा, इस दौरान नोएडा से ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेस-वे की ओर जाने वाले यातायात को महामाया फ्लाईओवर से सेक्टर-37 की ओर डायवर्ट किया जाएगा। वाहन चालकों को सिटी सेंटर, सेक्टर-71 होकर गंतव्य की ओर जाना पड़ेगा।
डीसीपी सेंट्रल राजेश एस ने कहा कि ब्लास्ट के आधे घंटे बाद ही धूल जमने के बाद एक्सप्रेस-वे खोल दिया जाएगा। इंस्टेंट कमांड सेंटर में 7 सीसीटीवी कैमरे हैं। ट्रैफिक विशेषज्ञ हमारे साथ यहां सभी भीड़भाड़ वाले बिंदुओं पर नजर रख रहे हैं।
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08:53 AM, 28 Aug 2022
ट्रैफिक पुलिस ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
दोनों टावर के ध्वस्तीकरण के दौरान सुचारू यातायात व्यवस्था के मद्देनजर ट्रैफिक डायवर्जन प्लान तैयार किया गया है। डीसीपी ट्रैफिक गणेश प्रसाद साहा का कहना है कि यातायात असुविधा उत्पन्न होने पर लोग हेल्पलाइन नंबर-9971009001 पर संपर्क कर सकते हैं।
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08:37 AM, 28 Aug 2022
सुपरटेक ट्विन टावर प्रोजेक्ट-
- 23 नवंबर 2004 को एमराल्ड कोर्ट का निर्माण शुरू।
- निर्माण 48 हजार 260 वर्गमीटर जमीन पर किया जाना था।
- जुलाई 2006 में बनना शुरू हुआ।
- दोनों टावर का निर्माण कार्य 2 मार्च 2012 तक चला।
- करीब 400 करोड़ रुपये का बजट।
- दोनों टावर के ध्वस्तीकरण में 17.55 करोड़ खर्च होंगे।
- पहली बार 29 दिसंबर 2006 में मानचित्र में संशोधन हुआ।
- दूसरी बार 26 नवंबर 2009 में माचित्र में संशोधन हुआ।
- बायर्स- 935, एपेक्स 32 मंजिल और सियान 29 मंजिल।
- सात लाख स्क्वायर फीट में 915 फ्लैट बने, इसके अलावा 21 दुकानें और दो बेसमेंट।