‘भारत में तो कोई बुलाता नहीं…’, राहुल गांधी पर भड़की बीजेपी, कहा- देश विरोधियों का खिलौना बनी कांग्रेस

‘भारत में तो कोई बुलाता नहीं…’, राहुल गांधी पर भड़की बीजेपी, कहा- देश विरोधियों का खिलौना बनी कांग्रेस

कोलंबिया में भारतीय लोकतंत्र को लेकर दिए गए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बयान पर देश में राजनीति गरमा गई है. बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी लगातार भारत के विरोधी ताकतों के साथ जुड़ते नजर आ रहे हैं.

‘भारत विरोधी ताकतों के झंडा-बरदार बन चुके राहुल गांधी’

बीजेपी सासंद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “मैं देशवासियों से कहना चाहता हूं कि 100 साल से सत्ता को कब्जा रखने वाले इस खानदान के बर-खुरदार जो भारत विरोधी शक्तियों के झंडा-बरदार बन चुके हैं, उनसे बहुत खबरदार रहने की जरूरत है. क्योंकि उनका (राहुल गांधी) साफ एजेंडा है कि सत्ता के लिए लोगों को भाषा के नाम पर लड़ाओ, जातियों को आपस में लड़ाओ.”

राहुल गांधी को भारत में तो कोई बुलाता नहीं: बीजेपी

बीजेपी नेता ने कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष कोई भी रहा हो, लेकिन सत्ता हमेशा गांधी परिवार को हाथों में रही है. राहुल गांधी जब विदेश जाते हैं तो उन्हें ये क्यों नहीं दिखाई पड़ता है कि कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी ने दिसंबर 2024 में रिसर्च किया था कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत में डिजिलट ट्रांसफोर्मेशन कैसा हुआ है. ये उन्हें (राहुल गांधी) को क्यों नहीं दिखाई देता है. राहुल गांधी में ऐसी कौन सी प्रतिभा कि विदेश की यूनिवर्सिटी उन्हें बुलाती है जबकि कांग्रेस में एक से एक बुद्धिमान लोग हैं. यहां तक कि भारत के किसी यूनिवर्सिटी में उन्हें नहीं बुलाया जाता है.”

‘भाषा के नाम पर लड़ाई कराने की कोशिश करेंगे राहुल गांधी’

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “राहुल गांधी ने विदेश में कहा कि भारत में 16-17 भाषाएं हैं. अब वे भारत में भाषा के आधार पर लड़ाई कराने की कोशिश करेंगे. नॉर्थ और साउथ में लड़ाई कराने की कोशिश कर चुके हैं. राहुल गांधी के जैसा नेता प्रतिपक्ष होना भारत के लोकतंत्र के हृदय में एक कांटे की तरह है. कांग्रेस इस समय राष्ट्र विरोधी तत्वों के हाथ का एक खिलौना बन गई है. एक समय में कांग्रेस का नेतृत्व काफी परिपक्व था आज के समय में उतना ही अपरिपक्व है.”

कोलंबिया के ईआईए यूनिवर्सिटी में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “भारत में कई धर्म, परंपराएं और भाषाएं हैं. एक लोकतांत्रिक व्यवस्था सभी के लिए जगह प्रदान करती है, लेकिन इस समय लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हर तरफ से हमला हो रहा है.”