‘PM मोदी का उत्तराधिकारी खोजने की जरूरत नहीं, 2029 में फिर बनेंगे प्रधानमंत्री’; फडणवीस का संजय राउत को जवाब

नागपुर। पीएम मोदी के उत्तराधिकार की अटकलों को महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने खारिज कर दिया। फडणवीस ने कहा कि पीएम मोदी आने वाले कई वर्षों तक देश का नेतृ्त्व करते रहेंगे। नागपुर में संवाददाताओं से बातचीत में फडणवीस ने दावा किया कि 2029 में हम मोदी को चौथी बार प्रधानमंत्री के रूप में देखेंगे।
उत्तराधिकारी पर चर्चा करने की जरूरत नहीं
महाराष्ट्र सीएम ने कहा कि पीएम मोदी के उत्तराधिकारी की तलाश करने की कोई आवश्यकता नहीं है। पीएम मोदी हमारे नेता हैं और आगे भी बने रहेंगे। नेता के सक्रिय रहते हुए उत्तराधिकार पर चर्चा करना भारतीय संस्कृति में अनुचित माना जाता है।
अभी चर्चा का समय नहीं: फडणवीस
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने दावा किया कि पीएम मोदी का उत्तराधिकारी महाराष्ट्र से आएगा। इस पर फडणवीस ने जवाब दिया कि हमारी संस्कृति में जब पिता जीवित हो तो उत्तराधिकार के बारे में बात करना अनुचित है। यह मुगल संस्कृति है। इस पर चर्चा करने का समय अभी नहीं आया है।
संजय राउत ने किया था बड़ा दावा
संजय राउत ने दावा किया कि पीएम मोदी रविवार को नागपुर स्थित आरएसएस मुख्यालय इसलिए पहुंचे थे ताकि वे संदेश दे सकें कि वह सेवानिवृत्त हो रहे हैं। राउत ने कहा कि आरएसएस देश के राजनीतिक नेतृत्व में बदलाव चाहता है। उन्होंने दावा किया, ‘‘वह (मोदी) संभवत: सितंबर में अपना सेवानिवृत्ति आवेदन लिखने के लिए आरएसएस मुख्यालय गए होंगे।’’ दरअसल, राउत का इशारा भाजपा में 75 साल की उम्र में सेवानिवृत्त होने की तरफ था। बता दें कि पीएम मोदी इसी साल सितंबर महीने में 75 साल के हो जाएंगे।
11 साल में पहली बार संघ मुख्यालय पहुंचे मोदी
उधर, नागपुर में पत्रकारों से बातचीत में वरिष्ठ आरएसएस नेता सुरेश ‘भैयाजी’ जोशी ने कहा कि उन्हें (पीएम के) रिप्लेसमेंट के बारे में किसी भी चर्चा की जानकारी नहीं है। बता दें कि प्रधानमंत्री बनने के 11 साल बाद रविवार को पीएम मोदी पहली बार नागपुर स्थित संघ मुख्यालय पहुंचे थे। यहां उन्होंने संघ को भारत की अमर संस्कृति का वटवृक्ष बताया।
अटल बिहारी वाजपेयी भी आए थे संघ मुख्यालय
नरेंद्र मोदी आरएसएस मुख्यालय जाने वाले देश के दूसरे प्रधानमंत्री बन गए हैं। आरएसएस के एक पदाधिकारी ने बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी ने 2000 में अपने संघ मुख्याल का दौरा किया था। खास बात यह है कि दोनों प्रधानमंत्री अपने तीसरे कार्यकाल में यहां पहुंचे थे।