मण्डल में कोई भी परिवार शौचालय की सुविधा से वंचति न रहें: मण्डलायुक्त

- सहारनपुर में विकास भवन में आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित करते मंडलायुक्त ए. वी. राजमौलि।
सहारनपुर [24CN] । मण्डलायुक्त ए. वी. राजमौलि ने कहा कि मण्डल में कोई भी परिवार ऐसा न रहे जिसके पास शौचालय की सुविधा न हो। उन्होंने कहा कि शौचालय के निर्माण के साथ-साथ उसकी गुणवत्ता तथा उसके उपयोग को सुनिश्चित कराने से ही यह अभियान सफल होगा।
उन्होंने कहा कि खुले में शौच करना पशुओं की आदत है, मनुष्य को ऐसा नहीं करना चाहिए। मंडलायुक्त श्री राजमौलि आज विकास भवन सभागार में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अन्तर्गत सामुदायिक एवं महिला व बाल मैत्रिक शौचालय का गुणवत्तापूर्ण निर्माण व रख-रखाव निबंधन से संबंधित एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला को संबोंधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ओडीएफ को एक भौतिक लक्ष्य न मानकर एक आत्मिक लक्ष्य माना जाए और उसके अनुसार कार्य किया जाए।
उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति व्यक्तिगत शौचालय से वंचित रह गया तो सामुदायिक शौचालयों का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि इन सबके बनाने का परिणाम तभी मिलेगा जब इनकी उपयोगिता को सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि स्थलीय निरीक्षण के दौरान खुद भी विद्यालय और सामुदायिक शौचालय का इस्तेमाल करके देखें, तभी आपको वास्तविकता का पता लगेगा कि शौचालय इस्तेमाल करने योग्य है अथवा नहीं।
मण्डलायुक्त ने कहा कि शत-प्रतिशत लोगों को शौचालय का प्रयोग सुनिश्चित कराने के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि लोगों को स्वच्छता के लिए प्रेरित करना मंदिर जाने के समान है। उन्होंने कहा कि सामुदायिक शौचालयों पर भी साफ-सफाई से संबंधित आवश्यक निर्देशों को प्रदर्शित किया जाए। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि विकास भवन और विकासखण्डों में कार्यरत जिला स्तरीय अधिकारियों की डयूटी लगाई जाए कि वें अपने-अपने क्षेत्र में शौचालयों की वास्तविक स्थिति के बारें में जाकर देखें।
उन्होने कहा कि किसी तृतीय पक्ष की निरीक्षण से पूर्व यदि कोई कमी है तो खुद अपनी कमियों का पता लगाकर उसे सुधार सकते हैं। श्री राजमौलि ने कहा कि अधिकारियों का यह भी दायित्व है कि यह सुनिश्चित करें कि उनके अधीनस्थ स्थायी अथवा अस्थायी कर्मचारियों को समय से वेतन मिल रहा है अथवा नहीं। उन्होंने कहा कि अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ टीम भावना से कार्य करें। उन्होंने कहा कि कार्यशाला का उददेश्य तभी सफल होता है जब अगले ही दिन से उसका परिणाम दिखाई दे और परिणाम से जनता को फायदा हो।
कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी प्रणय सिंह, उपनिदेशक पंचायत हरिकेश बहादुर सिंह, निदेशक उत्तर प्रदेश राज्य रिसोर्स सेंटर फॉर वेस्ट मैनेजमेंट लखनऊ अखिलेश गौतम, अपर निदेशक आरसीयूईएस ए. के. गुप्ता, जिला पंचायत राज अधिकारी उपेन्द्र राज सिंह सहित संबंधित जिला स्तरीय और विकास खण्ड स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
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