Nirmala sitharaman PC LIVE : हेल्थ सेक्टर के लिए 50 हजार करोड़, नए अस्पताल खुलेंगे

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई बड़े ऐलान किए। उन्होंने बताया कि सरकार 8 तरह के राहत का ऐलान करने वाली है। इसमें हेल्थ सेक्टर के लिए 50000 करोड़ रुपए जबकि मेडिकल इंफ्रा में सुधार के लिए सहायता दी जाएगी।
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई बड़े ऐलान किए। उन्होंने बताया कि सरकार 8 तरह के राहत का ऐलान करने वाली है। इसमें हेल्थ सेक्टर के लिए ₹50,000 करोड़ जबकि मेडिकल इंफ्रा में सुधार के लिए सहायता दी जाएगी। इससे पहले BSE Sensex में बड़ी गिरावट देखने को मिली। Sensex करीब 228 अंक नीचे कारोबार कर रहा है।
वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि 60 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान दूसरे सेक्टर के लिए होगा। Covid से ठप पड़े उद्योगों को कुल मिलाकर 1.1 लाख करोड़ की Loan Guarantee scheme मिलेगी।
बता दें कि विभिन्न संगठन सरकार से Tax माफ करने से लेकर फाइनेंशियल मदद मांग रहे हैं। ऑल इंडिया कन्फेडरेशन ऑफ गुड्स व्हीकल ओनर्स एसोसिएशन (AICGVOA) ने केंद्र सरकार से डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को तुरंत रोकने और परिवहन क्षेत्र के वाहन चालकों और श्रमिकों का प्राथमिकता के आधार पर कोरोना टीकाकरण करने का अनुरोध किया है। AICGVOA ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को लिखे पत्र में covid 19 के प्रभाव के कारण नुकसान का अनुमान लगाने और सुधारात्मक कार्रवाई करने के लिए व्यापक अध्ययन करने की मांग की है।
डीजल पर लगाम लगे
AICGVOA ने कहा कि सबसे पहले सरकार को डीजल की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगानी चाहिए। साथ ही परिवहन क्षेत्र के वाहन चालकों और कर्मियों को प्राथमिकता के आधार पर कोरोना रोकथाम टीका लगाना चाहिए।
Toll वसूली बंद हो
संघ ने सरकार से चालू वित्त वर्ष के लिए टोल शुल्क, सड़क कर, राज्य कर और अन्य विविध करों में छूट की घोषणा करने का भी आग्रह किया है। अगर सरकार द्वारा सड़क कर, बीमा, चालक का न्यूनतम वेतन और वाहन विनिर्माताओं द्वारा वाहन की परिचालन क्षमता तय की जा सकती है, तो सरकार कम से कम मोटर वाहन अधिनियम की धारा 67 के अनुसार न्यूनतम माल भाड़ा भी तय कर सकती है।
Vat खत्म करे सरकार
संघ ने सरकार से ऐसे बड़े सुधार और छूट की भी मांग की और कहा कि इसके बना ट्रक आपरेटरों के लाभ में गिरावट नहीं थमेगी। मूल्यवर्धित कर (वैट) और भाड़े की वजह से विभिन्न राज्यों में ईंधन के दाम भिन्न-भिन्न होते हैं। सबसे अधिक इस्तेमाल वाला ईंधन डीजल राजस्थान के श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ के साथ ओडिशा में कुछ स्थानों पर 100 रुपये प्रति लीटर के पार निकल चुका है।