एक साथ जली नौ चिताएं, ग्रामीणों में शोक की लहर

- सहारनपुर में गांव बालेली के शमशान घाट में नौ मृतकों का अंतिम संस्कार करते ग्रामीण।
गागलहेड़ी। थाना गागलहेड़ी क्षेत्रांतर्गत गांव बालावाली उर्फ बालेली में गमगीन माहौल में ट्रैक्टर-ट्राली की हुई दुर्घटना में मौत का शिकार हुए सभी 9 मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया। एक साथ नौ चिताएं जलती देखकर ग्रामीण अपने आंसू नहीं रोक पाए।
अंतिम संस्कार के दौरान पुलिस प्रशासन अधिकारियों के अलावा जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि थाना गागलहेड़ी क्षेत्रांतर्गत गांव बालावाली उर्फ बालेली से चार दर्जन अधिक श्रद्धालु ट्रैक्टर-ट्राली में सवार होकर देहात कोतवाली क्षेत्रांतर्गत गांव रंडोल में आयोजित कंदूरी समारोह में शामिल होने गए थे। कंदूरी समारोह से वापस लौटते समय गांव बोंदकी के समीप ढमोला नदी में पानी के तेज बहाव में ट्रैक्टर-ट्राली अनियंत्रित होकर पलट गई थी जिसमें ग्राम बालेली के दस लोग डूब गए थे जिनमें से मौके पर पहुंचे पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य चलाया गया था तथा नदी में डूबे नौ व्यक्तियों के शव निकाल लिए गए थे जिनमें 55 वर्षीय मंगलेश, 3 वर्षीय अदिति, 13 वर्षीय टीना, 58 वर्षीय सुलोचना, 35 वर्षीय किरण, 12 वर्षीय एकता, 24 वर्षीय अक्षय कुमार, 8 वर्षीय नीतीश कुमार व 10 वर्षीय मिस्टी शामिल हैं। जबकि 16 वर्षीय सौरभ अभी तक भी लापता है।
आज दोपहर पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही सभी नौ मृतकों के शव गांव बालेली पहुंचे तो मृतकों के घरों में कोहराम मच गया। गमगीन माहौल में सभी नौ मृतकों के अर्थियां एक साठ गांव बालेली के शमशान घाट में पहुंची तो वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गई तथा मृतकों के परिजनों द्वारा उनके शवों को मुखाग्नि प्रदान की गई।
इस दौरान मंडलायुक्त डा. हृषिकेश भास्कर यशोद, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व रजनीश कुमार मिश्र, सीओ सदर अभितेष सिंह, थाना प्रभारी उमेश रोरिया, एमएलसी शाहनवाज खान, पूर्व सांसद राघव लखनपाल शर्मा, पूर्व विधायक जगपाल सिंह, पूर्व विधायक इमरान मसूद सहित भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
उधर गांव बालेली में एक साथ नौ लोगों की मौत के बावजूद न तो क्षेत्रीय विधायक आशु मलिक गांव में पहुंचे बल्कि समाजवादी पार्टी के अधिकांश नेता सपा अनुसूचित जाति जनजाति प्रकोष्ठ के नवनियुक्त राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. राहुल भारती के स्वागत जुलूस में शामिल रहे। जनपद में एक साथ नौ लोगों की मौत के दर्दनाक हादसे के बावजूद सपाइयों द्वारा डा. राहुल भारती के स्वागत में जुलूस निकालना चर्चा का विषय बना रहा।