Night Curfew: देश में तेजी से पैर पसार रहा कोरोना, महाराष्ट्र, गुजरात के बाद मप्र के इन शहरों में नाइट कर्फ्यू
नई दिल्ली । देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। महाराष्ट्र, गुजरात के बाद अब मध्यप्रदेश में अपने पैर पसार रहा है। तेजी से बढ़ रहे मामलों की वजह से मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और इंदौर में बुधवार से नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला किया गया है। मप्र में पिछले कुछ दिनों से रोजाना औसतन 600 से 700 मामले सामने आ रहे हैं। वहीं, गुजरात में अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट में नाइट कर्फ्यू को 31 मार्च तक बढ़ा दिया गया है। हालांकि गुजरात के इन शहरों में पहले से ही नाइट कर्फ्यू लगा हुआ था, लेकिन इसका समय रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक था।
इस बीच महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पंजाब, मध्य प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक और हरियाणा में कोरोना के नए मामलों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बीते दिन 21 हजार से ज्यादा नए मामले सिर्फ इन्हीं 8 राज्यों में आए थे। पिछले 24 घंटे में यह देश में सामने आए कुल नए केस का 86.39 फीसद है।
मप्र में शिवराज सिंह चौहान ने लिए कड़े फैसले
मप्र में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इस बीच शिवराज सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट ने भोपाल और इंदौर में फिर से नाइट कर्फ्यू का निर्णय लिया है। इसके साथ ही प्रदेश के 8 शहरों जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, रतलाम, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, बैतूल और खरगोन में रात्रि 10 बजे के बाद बाजार बंद रहेगा। इन शहरों में कर्फ्यू जैसी स्थिति नहीं रहेगी लेकिन बाजार अनिवार्य रूप से बंद रहेगा । गौरतलब है कि एमपी में पिछले कुछ दिनों से कोरोना के नए केस लगातार बढ़ रहे हैं। सोमवार को पहली बार इस साल आठ सौ मरीज मिले थे। इंदौर में 267 और भोपाल में 199 मरीज मिले थे। उसके बाद शिवराज सरकार की चिंता बढ़ गई थी।
सोमवार को 24,437 पॉजिटिव मिले
देश में फिर एक बार 20 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमित मिले हैं। सोमवार को 24,437 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई, 20,186 ठीक हुए और 130 की मौत हो गई। इस महीने 15 दिन में 2 लाख 97 हजार 539 नए मरीज मिले हैं। 2 लाख 41 हजार 63 मरीज ठीक हुए हैं, जबकि 1,698 मरीजों ने जान गंवाई।
अब तक 1.14 करोड़ से ज्यादा संक्रमित
देश में अब तक कुल 1 करोड़ 14 लाख 9 हजार 595 लोग इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 1 करोड़ 10 लाख 25 हजार 631 ठीक हुए हैं। 1 लाख 58 हजार 892 ने जान गंवाई है, जबकि 2 लाख 20 हजार 401 हजार का इलाज चल रहा है।