जमीन खरीद में धांधली की खबर भ्रामक प्रचार: विहिप
सहारनपुर [24CN] । विश्व हिंदू परिषद की बैठक में कांग्रेस द्वारा श्रीराम जन्म तीर्थ क्षेत्र में भूमि की खरीद फरोख्त में धांधली के आरोप को राजनीतिक विद्वेष से प्रेरित बताते हुए निंदा की गई। विश्व हिंदू परिषद के महानगर कार्यालय पर आयोजित बैठक को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का परकोटा व रिटेनिंग दीवार को वास्तु के अनुसार सुधारने के लिए मंदिर परिसर की पूर्व व पश्चिम दिशा में यात्रियों के आवागमन मार्ग को सुलभ बनाने, खुला मैदान रखने के साथ-साथ मंदिर परिसर की सुरक्षा के लिए पासपड़ोस के कुछ छोटे-बड़े मंदिर व गृहस्थों के मकान खरीदना आवश्यक हैं जिनसे खरीदा जाएगा उनके पुनर्वास के लिए अन्यत्र भूमि भी दी जाएगी। इस कार्य के लिए भूमि भी खरीदी जा रही है।
उन्होंने कहा कि क्रय-विक्रय का यह कार्य आपस में संवाद व परस्पर पूर्ण सहमति के साथ किया जा रहा है तथा सहमति के साथ-साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर भी किए जा रहे हैं तथा सभी प्रकार की कोर्ट फीस व स्टाम्प पेपर की खरीददारी भी ऑनलाइन की जा रही है। उसी के अनुसार सम्पूर्ण मूल्य विक्रेता के खाते में ऑनलाइन स्थानांतरित किया जाता है। उनका कहना था कि 9 नवम्बर 2019 को श्रीराम जन्मभूमि पर सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय आने के बाद अयोध्या में भूमि खरीदने के लिए असंख्य लोग आने लगे। उत्तर प्रदेश सरकार भी अयोध्या के सर्वांगीण विकास के लिए भारी मात्रा में जमीन खरीद रही है। इसलिए अयोध्या में एकाएक जमीनों के दाम बढ़ गए। जिस भूखंड पर अखबारी चर्चा चल रही है वह भूखंड रेलवे स्टेशन के पास बहुत प्रमुख स्थान है।
उनका कहना था कि श्रीराम जन्म तीर्थ क्षेत्र ने अभी तक जितनी भूमि क्रय की है वह खुले बाजार की कीमत से कम दाम पर खरीदी है। उक्त भूमि को खरीदने के लिए वर्तमान विक्रेतागणों ने वर्षों पूर्व जिस मूल्य पर रजिस्टर्ड अनुबंध किया था, उस भूमि को उन्होंने विगत 18 मार्च को बैनामा कराया तथा ट्रस्ट के साथ अनुबंध किया। बैठक में विश्व हिंदू परिषद के प्रांत कार्याध्यक्ष जयपाल सिंह, प्रांत प्रचार विभाग के सदस्य रमेश चंद शर्मा, विभागाध्यक्ष रविंद्र तोमर, मठ मंदिर विभाग के प्रांत प्रमुख कमल किशोर व महानगर अध्यक्ष शिवकुमार गौड़ मौजूद रहे।