नई दिल्ली । न्यूजीलैंड के दिग्गज टेस्ट विकेटकीपर बल्लेबाज बीजे वॉटलिन ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला कर लिया है। भारत के खिलाफ अगले महीने इंग्लैंड में खेले जाने वाले आइसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के बाद वीजे क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लेंगे। भारत और न्यूजीलैंड आइसीसी द्वारा पहली बार आयोजित टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे हैं। 18 से 22 जून तक साउथैम्पटन में खिताबी मुकाबला खेला जाना है।
35 साल के बीजे साल 2009 से ही न्यूजीलैंड की टेस्ट टीम का अहम हिस्सा हैं। उनके नाम न्यूजीलैंड की टीम की तरफ से विकेट के पीछे सबसे ज्यादा टेस्ट शिकार करने का रिकॉर्ड है। बीजे ने अब तक कुल 249 कैच लपके हैं, इसमें से 10 उन्होंने बतौर फील्डर लिए थे। उनके नाम 8 स्टंपिंग भी हैं। बीजे न्यूजीलैंड क्रिकेट में टेस्ट में दोहरा शतक बनाने वाले पहले और एक मात्र विकेटकीपर बल्लेबाज बने थे।
इस खिलाड़ी ने न्यूजीलैंड की टीम की तरफ से कुल 28 वनडे और 5 टी20 मुकाबले भी खेले हैं। उन्होंने वनडे में 96 रन की नाबाद पारी के सबसे बड़े स्कोर के साथ कुल 573 रन बनाए हैं। टी20 में वीजे ने कुल 38 रन ही बनाए हैं। 73 टेस्ट मैच खेलते हुए इस विकेटकीपर ने 8 शतक के साथ 3773 रन बनाए हैं जिसमें 205 रन की पारी उनकी सबसे बड़ी टेस्ट पारी रही।
बीजे ने कहा, न्यूजीलैंड की तरफ से क्रिकेट खेलना मेरे लिए बेहतर सम्मान की बात रही और खासकर टेस्ट बैगी में उतरना गौरव की बात है। टेस्ट क्रिकेट वाकई इस खेल का सबसे अहम हिस्सा है और टीम के साथ सफेद कपड़े में मैदान पर उतरना हर पल मेरे लिए बेहद ही खास रहा। मैंने कुछ बहुत ही बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ खेला और काफी अच्छे दोस्त बनाए। मुझे कई खिलाड़ियों के काफी मदद भी मिली जिसके लिए मैं उनका आभार जताता हूं।