डोर-टू-डोर सर्वे और मेडिकल किट वितरण में लापरवाही क्षम्य नहीं- ए0वी0राजमौलि

डोर-टू-डोर सर्वे और मेडिकल किट वितरण में लापरवाही क्षम्य नहीं- ए0वी0राजमौलि
  • पंचायत सचिव गंभीरता से अपने दायित्वों का निर्वहन करें
  • ए0एन0एम0 के पास ग्रामों के लक्षणयुक्त एवं कोविड पोजिटिव व्यक्तियों का पूर्ण एवं अद्यावधिक डाटा रहना चाहिए – मण्डलायुक्त

सहारनपुर [24CN] । मण्डलायुक्त श्री ए0वी0राजमौलि ने कहा कि लक्षणयुक्त और कोविड मरीजों को मिलने वाली मेडिकल किट, ग्रामीण क्षेत्रांे में सैनेटाइजिंग तथा दवाओं की उपलब्धता की जांच के लिए मण्डलस्तर पर जांच दल गठित किये जायंेगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड पर नियंत्रण पाने के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाये। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने कहा कि निगरानी समितियां पूरी तरह से सक्रिय रहे तथा बाहर से आने वाले हर व्यक्ति की सूचना उपलब्ध कराई जाए।

उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करें कि ए0एन0एम0 के पास उसके क्षेत्र में पड़ने वाले ग्रामों के लक्षणयुक्त एवं कोविड पोजिटिव व्यक्तियों का पूर्ण एवं अद्यावधिक डाटा रहना चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि आशा, ए0एन0एम0, आंगनबाड़ी आदि द्वारा लक्षणयुक्त व्यक्तियों की सूचना देने के एक घण्टे के अन्दर उनको मेडिकल किट वितरित करने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होने कहा कि ग्राम स्तर पर सचिव मुख्य भूमिका निभाएं और गंभीरता से अपने दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होने कहा कि सचिव लगातार मरीजों से वार्ता करते रहें और आवश्यता पडने पर मरीज को तत्काल चिकित्सालय में भर्ती कराएं। उन्होने कहा कि डोर-टू-डोर सर्वे में और अधिक तेजी लाई जाए।
श्री ए0वी0राजमौलि ने आज वीडियो काॅन्फ्रेसिंग के माध्यम से प्रभारी चिकित्साधिकारी, पंचायत सचिव, आंगनवाड़ी कार्यकत्री, आशा और ए0एन0एम0 आदि से वार्ता करते हुए यह निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि हर प्रभारी चिकित्साधिकारी अपने चिकित्सालय क्षेत्र को सैक्टरों में बांट कर उनकी सैक्टरवार समीक्षा करे। सैक्टर प्रभारी के पास ए0एन0एम0 वार पूर्ण विवरण उपलब्ध रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि लक्षणयुक्त हर व्यक्ति को प्रत्येक दशा में प्रत्येक व्यक्ति को कोविड की मेडिकल किट बिना कोविड जांच के उपलब्ध करायी जाये।

उन्होंने निर्देश दिये कि लक्षणयुक्त व्यक्तियों को परिवार के अन्य सदस्यों से अलग रहने की सलाह दी जाये। यदि उनके घर में पृथक रहने के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध न हो तो विद्यालय पंचायत भवन आदि में उनको क्वारन्टीन करने की व्यवस्था की जाये। उन्होने कहा कि पॅेजिटिव पाये गये प्रत्येक व्यक्ति को निश्चित रूप से परिवार के सदस्यों से पृथक रखा जाये। उन्होने कहा यदि कही मेडिकल किट प्राप्त करने में अवरोध हो तो तत्काल सम्बन्धित उप जिलाधिकारी को सूचित किया जाये। उप जिलाधिकारी किट का वितरण तत्काल सुनिश्चित करायेगे। वैक्सीनेशन के समय कोविड प्रोटोकॉल का पूर्ण रूप से पालन किया जाये।

मण्डलायुक्त ने कहा कि जिन चिकित्सालयों में ऑक्सीजन की सप्लाई पाईप लाईन के माध्यम से की जा रही है, वहां पाईप लाईन में लीकेज आदि की नियमित जांच की जाये। उन्होने कहा कि ऑक्सीजन सप्लाई का दबाव कम होने की स्थिति में तत्काल सूचना हेतु स्वचालित अलार्म की व्यवस्था की जाये। कोविड चिकित्सालय में भर्ती व्यक्तियों को उपलब्ध कराये जाने वाले भोजन की गुणवत्ता मानक के अनुरूप रखी जाये। तैनात चिकित्साधिकारी भी उसी रसोई का खाना स्वयं खाये जिससे भर्ती व्यक्तियों को खाना उपलब्ध कराया जाता है। सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी कोविड कन्ट्रोल के लिए अपने-अपने क्षेत्र में ग्राम प्रधान, वार्ड मेम्बर, आशा, आंगनबाड़ी, ग्राम पंचायत सचिव, लेखपाल, सैक्टर प्रभारी को सम्मिलित करते हुए कम्युनिकेशन प्लान तैयार कर ले। कम्युनिकेशन प्लान का सम्बन्धित अंश ग्राम के सरकारी भवनों पर चस्पा कर दिया जाये। प्रत्येक प्रभारी चिकित्साधिकारी पूरा कम्युनिकेशन प्लान मण्डलायुक्त कार्यालय में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।

मण्डलायुक्त ने निर्देशित किया कि जिन ऑक्सीजन सिलेण्डर में फ्लोमीटर की समस्या है, उन्हें क्रय कर उनकी कमी को दूर किया जाए। उन्होने कहा कि स्थानीय स्तर पर जिन चिकित्सालयों में ऑक्सीजन लेवल कम होने पर ऑक्सीजन उपलब्ध करायी जा रही है, वहाँ कोविड प्रोटोकॉल का पूर्णतः पालन कराया जाये। ऑक्सीजन सिलेण्डर में आने वाली छोटी मोटी कमियों को तत्काल दूर कराकर उन्हें क्रियाशील रखा जाये। कोविड की आवश्यक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जाये। यदि स्टाक में किसी दवा की कमी हो तो मुख्यालय से तुरन्त दवा की मांग की जाये।

वर्चुअल बैठक में अपर आयुक्त प्रशासन श्री डी0पी0सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी मुजफ्फरनगर, एमओआईसी, खण्ड विकास अधिकारी, ग्राम सचिव और ए0एन0एम0 उपस्थित रहे।