नई दिल्ली। ओरेगन में हो रहे 18वें वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के जैवलिन थ्रो के फाइनल इवेंट में नीरज चोपड़ा ने अपने चौथे प्रयास में 88.13 मीटर दूर भाला फेंक कर सिल्वर मेडल जीत लिया है। वह भारत के पहले मेल एथलीट हैं जिन्होंने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता है।
नीरज का पहला और पाचवां प्रयास फाउल रहा था लेकिन उन्होंने चौथे प्रयास में 88.13 मीटर दूर भाला फेंककर इतिहास रच दिया और सिल्वर मेडल जीत लिया। इससे पहले भारत का वर्ल्ड एथलेटिक्स में ब्रोंज मेडल था जो 2003 पेरिस चैंपियनशिप में लंबी कूद में आया था।
फाइनल इवेंट का परिणाम
डिफेंडिंग चैंपियन एंडरसन पीटर्स, गोल्ड(90.46 मीटर)
नीरज चोपड़ा ने सिल्वर, सिल्वर (88.13 मीटर)
जैकब वैडले, ब्रोंज मेडल (88.09 मीटर)
नीरज का ओलंपिक से वर्ल्ड एथलेटिक्स के फाइनल का सफर
पावो नुर्मी गेम्स- 89.30 मीटर
कुआर्तोन गेम्स- 86.69 मीटर
डायमंड लीग-89.94 मीटर
वर्ल्ड एथलेटिक्स क्वालीफायर- 89.39 मीटर
सिल्वर मेडल वर्ल्ड एथलेटिक्स- 88.13 मीटर
नीरज ने पहले ही प्रयास में किया था क्वालीफाई
क्वालीफाइंग इवेंट में ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने पहले ही प्रयास में 88.39 मीटर दूर भाला फेंककर फाइनल में जगह बनाई थी। रोहित यादव की बात करें तो वह 80.42 मीटर दूर भाला फेंककर फाइनल में जगह बनाने में कामयाब हुए थे। फाइनल के लिए आटोक्वालिफाइंग मार्क 83.50 मीटर रखा गया था।
ओलंपिक के बाद नीरज का सफर
टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीतने के बाद नीरज चोपड़ा भारत के लिए मेडल की सबसे बड़ी उम्मीद के रूप में आगे हैं। उन्होंने अपने प्रदर्शन में लगाताक सुधार कर यह साबित भी किया है। नीरज ने इसी साल दो बार अपने नेशनल रिकार्ड को पीछे छोड़ा है।
हाल ही में उन्होंने डायमंड लीग में अपना बेस्ट प्रदर्शन करते हुए 89.94 मीटर दूर भाला फेंककर अपना ही नेशनल रिकार्ड तोड़ा था। इससे पहले उनका रिकार्ड 89.30 मीटर था जो उन्होंने पावो नुर्मी गेम्स में बनाया था और सिल्वर मेडल हासिल किया था। उन्होंने बीते 18 जून को कुआर्तोन गेम्स में 86.69 मीटर दूर भाला फेंककर गोल्ड मेडल पर कब्जा किया था।
यह नीरज का तीसरा वर्ल्ड चैंपियनशिप
लंदन में होने वाले 2017 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नीरज क्वालीफाइ करने में नाकाम रहे थे जबकि 2019 में दोहा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नीरज इंजरी के कारण भाग नहीं ले पाए थे। लेकिन इस बार उन्होंने सिल्वर मेडल जीतकर दिखा दिया कि नीरज चोपड़ा अगर किसी इवेंट में हैं तो वह मेडल जरूर लाएंगे।
भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत के रिकार्ड की बात करें तो 2003 मे पेरिस में आयोजित चैंपियनशिप में अंजू बाबी जार्ज ने भारत को ब्रोंज मेडल दिलाया था। उसके बाद से इस चैंपियनशिप में भारत के लिए मेडलों का सूखा पड़ा हुआ था।