पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने सिख धर्म, इतिहास, संस्कृति और पंजाबी भाषा के लिए व्यापक रूप से कार्य किया: मनजिंदर सिंह सिरसा

पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने सिख धर्म, इतिहास, संस्कृति और पंजाबी भाषा के लिए व्यापक रूप से कार्य किया: मनजिंदर सिंह सिरसा
  • सहारनपुर में जनमंच सभागार में आयोजित सम्मेलन को सम्बोधित करते भाजपा के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा।

सहारनपुर। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सरदार मनजिंदर सिंह सिरसा ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने पिछले 9 वर्षों के दौरान सिख धर्म, इतिहास, संस्कृति और पंजाबी भाषा के उत्थान के लिए समग्र दृष्टिकोण अपनाते हुए काम किया व कई एतिहासिक निर्णय लिए हैं। सहारनपुर तथा देवबंद में प्रभावी जनसभाओं को संबोधित करते हुए सरदार सिरसा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 वर्षों तक सिख समुदाय के लिए जो किया, वह बीते 70 वर्षों में अन्य प्रधानमंत्री करने में में विफल रहे।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाश पर्व बड़े स्तर मनाया बल्कि श्री गुरु तेग बहादुर जी का 400 वां प्रकाश पर्व उसी लाल किले पर मनाया जहां से उन्हें शहीद करने का हुक्म मुगलों द्वारा दिया गया था व इस दौरान स्वयं प्रधानमंत्री ने संगत को संबोधित भी किया। देश के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि देश के प्रधानमंत्री ने एक साल में दो बार लाल किले से देश को संबोधित किया पहली बार स्वतंत्रता दिवस पर और दूसरी बार गुरु साहिब की 400वीं जयंती पर इसके अलावा मोदी सरकार ने 26 दिसंबर को गुरु गोबिंद सिंह साहिब जी के छोटे साहिबजादों के शहीदी दिवस को वीर बल दिवस के रूप में देश-विदेश में भारतीय दूतावासों में बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है.। देश के सभी बच्चों को उनकी स्थानीय भाषा में साहिबजादों की शहादत के इतिहास से अवगत कराया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने निर्णय लेते हुए करतारपुर साहिब कॉरिडोर का निर्माण कराया, जिसकी बदौलत आज सिख श्रद्धालु ऐतिहासिक गुरुद्वारा दरबार साहिब श्री करतारपुर साहिब के दर्शन कर रहे हैं तथा इसके लिए वीजा की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि इसी तरह मोदी सरकार ने फैसला लागू करते हुए छात्रों को नीट और जेईई की परीक्षा पंजाबी में देने की छूट दी है साथ ही अर्धसैनिक बलों की भर्ती में भी लिखित परीक्षा पंजाबी में देने की छूट दी गई है, जिससे पंजाबी विद्यार्थियों को काफी लाभ मिल रहा है। सरदार सिरसा ने कहा कि मौजूदा सरकार द्वारा प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में 1984 के सिख नरसंहार मामलों की दोबारा जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जिसके चलते सज्जन कुमार सहित अन्य आरोपी न केवल दिल्ली में बल्कि कानपुर सिख नरसंहार के आरोपी भी सलाखों के पीछे है जिनका पूर्व कांग्रेस सरकारों द्वारा बचाव किया जाता रहा।

इस मौके पर सरदार सिरसा का विभिन्न स्थानों पर संगतों द्वारा जोरदार स्वागत किया गया व उन्हें सिरोपा देकर सम्मानित भी किया। इस अवसर पर स. सिरसा के साथ दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव जगदीप सिंह कोहली, सीनियर उपाध्यक्ष हरविंदर सिंह के. पी सिंह, महापौर डा. अजय कुमारर सिंह, नगर विधायक राजीव गुम्बर, पूर्व सांसद राघव लखनपाल शर्मा, विधायक मुकेश चौधरी, चौ. कीरत सिंह, देवेंद्र निम, भाजपा महानगर अध्यक्ष पुनीत त्यागी, पंजाबी समाज के अध्यक्ष पाल्ली कालड़ा, पूर्व अध्यक्ष महेंद्र तनेजा, पूर्व अध्यक्ष राकेश जैन, के. एल. अरोड़ा, कंवरवीर सिंह, नवीन मक्कड़, स. जसवंत सिंह बतरा, विवेक मनोचा, सुरेंद्र मोहन सिंह चावला, प्रवीण छाबड़ा, आशु निरंकारी, पार्षद सुधीर पंवार, राजेंद्र सिंह कोहली सहित भारी संख्या में गण्यमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। संचालन स. सुपनीत सिंह ने किया।

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