मुंबई। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी (NCP) के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने एनसीबी (NCB) से सवाल किया है कि मुंबई तट पर एक क्रूज जहाज पर छापेमारी के बाद एनसीबी के समीर वानखेड़े ने कहा था कि 8-10 लोगों को हिरासत में लिया गया है। लेकिन सच्चाई यह है कि 11 लोगों को हिरासत में लिया गया था। बाद में तीन लोग- ऋषभ सचदेवा, प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला को रिहा क्यों कर दिया गया।
नवाब मलिक ने कहा कि मैं एनसीबी से जानना चाहता हूं कि आपने जहाज पर छापा मारकर 1300 लोगों को पकड़ा, ये छापेमारी 12 घंटे तक चली। आपने इनमें से 11 लोगों को छांटकर हिरासत में लिया। एनसीपी नेता ने सवाल किया कि आपको बताना होगा कि तीन लोगों को छोड़ने का आदेश आपको किसने दिया। ऋषभ सचदेवा को हिरासत में लेने के 2 घंटे बाद ही छोड़ दिया गया। कोर्ट में जब सुनवाई चल रही थी तब मजिस्ट्रेट कोर्ट में प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला का नाम रिफलेक्ट हुआ है। इन दोनों के बुलाने पर ही आर्यन खान वहां गए थे।
गौरतलब है कि राकांपा नेता नवाब मलिक ने एनसीबी को घेरते हुए कहा कि भाजपा के एक प्रमुख नेता के साले को इस छापेमारी के दौरान छोड़ दिया गया है। मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज में छापेमारी के दौरान 8 लोगों की गिरफ्तारी के बाद जब एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने कहा था कि 8-10 लोगों को हिरासत में लिया गया है। अधिकारी इस प्रकार अनिश्चितता वाला जवाब कैसे दे सकता है।