टीचिंग के स्टैण्टर्ड को बढ़ाने के लिए एन0सी0आई0एस0एम0 ने इस तरह के प्रोग्राम को आवश्यक कर रखा है ताकि छात्र/छात्राओं के अन्दर पढ़ने की रूचि पैदा हो: जमाल अख्तर

टीचिंग के स्टैण्टर्ड को बढ़ाने के लिए एन0सी0आई0एस0एम0 ने इस तरह के प्रोग्राम को आवश्यक कर रखा है ताकि छात्र/छात्राओं के अन्दर पढ़ने की रूचि पैदा हो: जमाल अख्तर

देवबंद: जामिया तिब्बिया मेडिकल कालेज देवबन्द के सेमिनार हाल में एन.सी.आई.एस.एम.आयुष मंत्रालय भारत सरकार, नई दिल्ली व क्वालिटी कांसिल आफ इण्डिया के निर्देशानुसार एक फैकल्टी डेवलेपमेन्ट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। जिसकी थीम मैनेजमेन्ट आफ लाईफ स्टाइल डिसआर्डर थ्रो यूनानी मेडिसिन (Management of Life Style Disorder through Unani Medicine) थी। कार्यक्रम में प्रो0 डा0 जमाल अख्तर निदेशक यूनानी सेवाएं, आयुष, उ0प्र0 सरकार चीफ स्पीकर की हैसियत से तथा डा0 वसी अख्तर, एसोसिएट प्रोफेसर, जामिया हमदर्द, नई दिल्ली गेस्ट स्पीकर की हैसियत से शामिल हुए।

कार्यक्रम का प्रारम्भ तिलावते कुरान पाक से बी0यू0एम0एस0 द्वितीय प्रोफ के छात्र श्री मुबारक द्वारा किया गया। इसके बाद प्रो0 डा0 जमाल अख्तर एवं डा0 वसी अख्तर का स्वागत बुके एवं माला पहनाकर किया गया। इसके बाद प्रो. जमाल अख्तर ने Role of Ilaj Bit Tadbeer in Managing Stress and Fatigue, डा. वसी अख्तर ने Management of Life Style Disorder through Unani Medicine, प्रो. अनीस अहमद ने A Details study of Covid-19 and in its management through Unani Medicine, प्रो. निकहत सज्जाद ने Life Style Disorder in Gynecology and its management, तथा डा. कुदसिया जे़हरा ने Role of Munzij wa Mushil Therapy in the management of Life Style Disorder through Unani Medicine आदि ने अपने अपने लेक्चर दिये।

इस अवसर पर चीफ स्पीकर प्रो0 डा0 जमाल अख्तर, निदेशक (यूनानी) आयुष, उ0प्र0 सरकार ने अपने सम्बोधन में कहा कि जामिया तिब्बिया देवबन्द द्वारा एन.सी.आई.एस.एम. एवं क्वालिटी कौसिंल ऑफ इण्डिया का अनुपालन करता आ रहा है। टीचिंग के स्टैण्टर्ड को बढ़ाने के लिए एन0सी0आई0एस0एम0 ने इस तरह के प्रोग्राम को आवश्यक कर रखा है ताकि छात्र/छात्राओं के अन्दर पढ़ने की रूचि पैदा हो। और आज जो जामिया तिब्बिया देवबन्द में यह जो फैकल्टी डेवलेपमेन्ट प्रोग्राम रखा गया वह इसी कड़ी का एक हिस्सा है। मुझे गर्व है कि आज जामिया तिब्बिया देवबन्द उत्तर प्रदेश में ही नहीं अपितु पूरे भारत में अपना एक अलग मकाम रख्ता है और यहाॅ से शिक्षा प्राप्त कर चुके छात्र अपने क्षेत्र में सेवाऐं दे रहे है एवं बहुत से छात्र/ छात्राओं का चयन ए0आई0पी0जी0आई0टी0 में होता आ रहा है। सबसे बड़ी बात यहाॅ का टीचिंग स्टाफ पूरी लगन व मेहनत से छात्र/छात्राओं का शिक्षा दे रहा है जिस कारण यहाॅ के कुछ छात्र सरकारी अस्पताल में भी अपनी सेवाएं दे रहे है। मैं आशा व्यक्त करता हूॅ कि जिस लगन व मेहनत से जामिया तिब्बिया देवबन्द इस बुलन्दी पर पहुॅचा है आगे भी इस बुलन्दी पर कायम रहेगा। तथा गेस्ट स्पीकर डा. वसी अख्तर, एसोसिएट प्रोफेसर, जामिया हमदर्द, नई दिल्ली ने कहा कि फैकल्टी के कौशल और शिक्षण पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए एन.सी.आई.एस.एम.आयुष मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली एवं क्वालिटी कौंसिल ऑफ इण्डिया, नई दिल्ली द्वारा डिज़ाइन किया गया है। जिससे छात्रों को बेहतर शिक्षा प्राप्त होगी एवं उनकों सीखने के अवसर प्राप्त होगें।

कार्यक्रम मे चीफ पैट्रन डा. अनवर सईद, डायरेक्टर जामिया तिब्बिया देवबन्द ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज जामिया तिब्बिया देवबन्द में जो फैकल्टी डेवलेपमेन्ट प्रोग्राम हो रहा है वह एन.सी.आई.एस.एम. एवं क्वालिटी कौंसिल ऑफ इण्डिया (QCI) के पैरामीटरस है कि उनके द्वारा आयुष पद्धति के जो कालेज है उनमें एजूकेशन को मार्डनाईज़ किया जा सके और शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर किया जा सके। उन्होने कहा कि यहा पर जो लेक्चरर हुये है उनसे यूनानी सिस्टम कों भी फायदा होगा और फैकल्टी को भी अत्यधिक लाभ मिलेगा। उन्होने चीफ स्पीकर प्रो0 डा0 जमाल अख्तर, डायरेक्टर (यूनानी) आयुष, उ0प्र0 सरकार तथा डा0 वसी अख्तर, एसोसिएट प्रोफेसर, जामिया हमदर्द नई दिल्ली का शुक्रिया अदा किया। और अन्त में उन्होने सभी टीचर्स, स्टाफ, छात्र एवं छात्राओं का भी शुक्रिया अदा किया।

कार्यक्रम के अन्त में पैट्रन डा. अख्तर सईद, सचिव जामिया तिब्बिया देवबन्द ने प्रो. डा. जमाल अख्तर, डायरेक्टर (यूनानी) आयुष उ0प्र0 सरकार तथा डा. वसी अख्तर, एसोसिएट प्रोफेसर, जामिया हमदर्द, नई दिल्ली को शाल ओढ़ाकर तथा मोमेन्टो देकर उनको सम्मानित किया।

कार्यक्रम का सफल संचालन डा. इकरा हाशमी, एसिसटेन्ट प्रोफेसर, जामिया तिब्बिया देवबन्द ने किया। कार्यक्रम में प्रो. मौहम्मद फसीह, डा. शाईस्ता परवीन, डा. रिहाना अलवी, डा. रिफत अली मीर, डा. नवेद अख्तर, डा. मौ0 आसिफ, डा. मौहम्मद फुरकान, डा. उजै़र अहमद, डा. इशरत अली, डा. मौहम्मद आसिफ, समस्त स्टाफ एवं छात्र तथा छात्रायें मौजूद रहे।