नवाब मलिक ने फिर साधा वानखेड़े पर निशाना, केस में SIT जांच की मांग

नवाब मलिक ने फिर साधा वानखेड़े पर निशाना, केस में SIT जांच की मांग
  • मुंबई क्रूज ड्रग्स केस का खुलासा करने वाले एनसीबी अफसर समीर वानखेड़े को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज होती जा रही है. महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने एकबार फिर वानखेड़े पर निशाना साधा है

नई दिल्ली: मुंबई क्रुज ड्रग्स केस का खुलासा करने वाले एनसीबी अफसर समीर वानखेड़े को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज होती जा रही है. महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने एकबार फिर वानखेड़े पर निशाना साधा है. मलिक ने कहा कि एक साल में दो केस खोले गए, लेकिन एक भी गिरफ्तारी नहीं की गई. उन्होंने कहा कि लोगों को बुलाया जा रहा है और उनसे पैसा जुटाया जा रहा है. नवाब मलिक यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि इस मामले में अगर एसआईटी जांच कराई जाए तो न जाने कितने खुलासे होंगे.

महाराष्ट्र मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि हम इस मामले में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलेंगे और इस केस में एसआईटी जांच की मांग करेंगे. मलिक ने कहा कि वह गृह मंत्री अमित शाह से मिलकर भी एसआईटी जांच की मांग उठाएंगे. नवाब मलिक ने इसको सुनियोजित अपराध करार दिया है, जिसके माध्यम से एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर करोड़ों रुपए की वसूली के आरोप लगाए हैं. आपको बता दें कि महाराष्ट्र मंत्री नवाब मलिक लगातार समीर वानखेड़े के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. इससे पहले भी उन्होंने एनसीबी अफसर पर बॉलीवुड इंडस्ट्री से बड़े स्तर पर वसूली का आरोप लगाया था. नवाब मलिक ने कहा कि था कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान जब बॉलीवुड के कुछ सेलेब्स छुट्टियां बिताने मालदीव गए हुए थे, तब वानखेड़े भी अपनी फैमिली के साथ वहां मौजूद थे.

नवाब मलिक ने वानखेड़े पर दुबई में होने के भी आरोप लगाए थे. इसके साथ ही उन्होंने एक साल के भीतर उनकी नौकरी चले जाने की भी चेतावनी दी थी. हालांकि मलिक के बयानों का जवाब देते हुए वानखेड़े ने उनके सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया था. उन्होंने कहा कि वसूली की बात सरासर गलत है और वह मालदीव अपने डिपार्टमेंट और अधिकारियों से छुट्टी लेकर गए थे. वानखेड़े ने कहा था कि नवाब मलिक बहुत बड़े नेता हैं और वह बहुत छोटे से मुलाजिम हैं, लेकिन अगर अपराध के खिलाफ कार्रवाई करना गलत है तो फिर वह किसी भी कार्रवाई और जांच के लिए तैयार हैं.