चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने रविवार को एक के बाद एक 12 ट्वीट कर महाधिवक्ता एपीएस देयोल पर तीखा हमला किया। सिद्धू ने लिखा, एजी-पंजाब महोदय, न्याय अंधा है, लेकिन पंजाब के लोग नहीं हैं। हमारी कांग्रेस पार्टी बेअदबी के मामलों में न्याय देने के वादे के साथ सत्ता में आई थी, जिसमें आप मुख्य साजिशकर्ताओं व आरोपितों के पक्ष में हाई कोर्ट में पेश हुए और पंजाब सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।

बता दें, नवजोत सिंह सिद्धू एजी के खिलाफ लगातार हमलावर रहे हैं। दो दिन पूर्व तो उन्होंने यहां तक कह दिया कि वह पंजाब कांग्रेस प्रधान पद से दिया गया इस्तीफा वापस लेते हैं, लेकिन वह तब तक पार्टी मुख्यालय नहीं जाएंगे, जब तक नए एजी की नियुक्ति नहीं हो जाती। इसके बाद एजी ने भी ट्वीट कर नवजोत सिंह सिद्धू पर हमला किया। कहा कि सिद्धू सरकार के कामकाज में अड़ंगा डाल रहे हैं।

मामले में आज सिद्धू ने कई ट्वीट कर एजी पर हमला किया। सिद्धू ने देयोल से पूछा कि क्या वह (सिद्धू) जान सकते हैं कि जब आप मुख्य साजिशकर्ताओं के लिए अदालत में पेश हुए। उन्हें जमानत दिलवाई। सिद्धू ने कहा कि देयोल बताएं कि वह किसके हित के लिए काम कर रहे थे। सिद्धू ने पूछा कि देयोल बताएं कि वह किसके हित के लिए काम कर रहे थे, उनके हित के लिए जिन्होंने उन्हें एजी जैसे संवैधानिक पद पर बैठाया। ऐसी टिप्पणी कर सिद्धू ने एक बार फिर सीधे-सीधे सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के कामकाज पर भी सवाल उठाया।

सिद्धू ने कहा कि देयोल आरोपितों के पक्ष में पेश हुए। अब आप राज्य का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। जल्द ही आप न्यायाधीश के रूप में पदोन्नति के मांग करेंगे, ताकि मामले पर फैसला कर सकें। सिद्धू ने कहा कि सर्वोच्च विधि अधिकारी होने के बावजूद देयोल का ध्यान राजनीति पर है। कहा कि राजनीति को राजनेताओं पर छोड़ दें और अपने व्यक्तिगत विवेक, सत्यनिष्ठा और पेशेवर नैतिकता पर ध्यान केंद्रित करें।

रवनीत बिट्टू ने फिर ली चुटकी

वहीं, वरिष्ठ कांग्रेस नेता व सांसद रवनीत बिट्टू सिद्धू पर चुटकी लेने का कोई मौका नहीं चूकते। दो दिन पूर्व बिट्टू ने चन्नी व सिद्धू की केदारनाथ में खिंचाई फोटो पर चुटकी ली थी कि ‘केदारनाथ समझौता टूट गया।’ अब बिट्टू ने ट्वीट कर लिखा कि पहले कृपया सिद्धू फिर पंजाब के लोगों के कल्याण के लिए राहत योजनाओं और पैकेजों की घोषणा करें। बिट्टू का इशारा सीएम की ओर था।