नाटो बोला, अफगान-तालिबान शांति बहाली प्रक्रिया में पाकिस्तान की भूमिका अहम
अफगानिस्तान में शांति बहाली के लिए तालिबान के साथ बातचीत में पाकिस्तान की भूमिका की नाटो ने तारीफ की है। अफगानिस्तान में नाटो के प्रतिनिधि निकोलस ने भरोसा जताया है कि अफगानिस्तान और तालिबान के बीच शांति कायम होगी और स्थाई युद्धविराम की स्थिति जरूर बनेगी।
2019 में इस दिशा में काफी सकारात्मक पहल हुई है और तमाम पड़ोसी देशों समेत खासतौर से पाकिस्तान ने इसमें अहम भूमिका निभाई है।
नाटो प्रतिनिधि ने ये भी कहा है कि मौजूदा समय में अफगानिस्तानी सेना काफी मजबूत है और तालिबान कम से कम खुली जंग की स्थिति में उससे कभी जीत नहीं सकता, इसलिए तालिबान के ज्यादातर नेता शांति के पक्ष में हैं और नाटो इसके लिए पूरी तरह उम्मीदों से भरा है।
दूसरी तरफ कतर में मौजूद अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के विशेष राजदूत जलमय खालिजाद का कहना है कि युद्धविराम को लेकर तालिबान के जवाब का इंतजार है। अफगानिस्तान में शांति बहाली के लिए नाटो प्रतिनिधि के इस बयान को कूटनीतिक तौर पर अहम माना जा रहा है।
जानकारों का कहना है कि हो सकता है कि नाटो ने ऐसे वक्त में शांति की पहल में लगे देशों का उत्साह बढ़ाने और यह प्रक्रिया बरकरार रखने के लिए यह सकारात्मक बयान दिया हो। नाटो को भी यह पता है कि अफगान और तालिबान के बीच शांति वार्ता में कुछ मुद्दे आड़े आ रहे हैं और तालिबानी गुटों में इन्हें लेकर मतभेद भी हैं।