मासिक धर्म अवकाश को लेकर बननी चाहिये राष्ट्रीय नीति, सांसद चंद्रशेखर आजाद ने सदन में उठाई मांग

मासिक धर्म अवकाश को लेकर बननी चाहिये राष्ट्रीय नीति, सांसद चंद्रशेखर आजाद ने सदन में उठाई मांग
नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद

उत्तर प्रदेश की नगीना संसदीय सीट से सांसद व आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के नेता चंद्रशेखर आजाद ने बृहस्पतिवार (11 दिसंबर 2025) को लोकसभा में मासिक धर्म अवकाश को लेकर राष्ट्रीय नीति की मांग उठाई है. चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि मासिक धर्म अवकाश को लेकर राष्ट्रीय नीति बननी चाहिए और इसके तहत असंगठित क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं को शामिल किया जाना चाहिए, उन्होंने सदन में शून्यकाल के दौरान यह मांग उठाई.

नगीना सांसद चंद्रशेखर ने कहा कि मासिक धर्म अवकाश को लेकर कोई राष्ट्रीय नीति नहीं है, जबकि कई देशों में ऐसी नीति मौजूद है. उनका कहना था, ‘‘सरकार से आग्रह है कि मासिक धर्म अवकाश पर राष्ट्रीय नीति तैयार हो और असंगठित क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं को इसमें शामिल किया जाए.’’

सांसद ने एसआईआर पर सरकार को घेरा

वहीं संसद परिसर में मीडिया से बात करते हुए कहा नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने कहा, “…जितना पैसा चुनाव के दौरान खर्च हो रहा है, उसके बाद किसी गरीब का बेटा तो आगे बढ़ ही नहीं सकता है… मताधिकार हमारी शक्ति है, इसे छीनने का प्रयास किया जा रहा है… मैं समझता हूं कि सरकार दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों के मताधिकार को अप्रत्यक्ष रूप से छीनना चाह रही है… SIR में इतनी तेजी क्यों की जा रही है क्या वे कुछ छिपाना चाहते हैं?… भारत अकेला ऐसा देश है जहां संविधान के लागू होने के बाद सभी को मताधिकार मिला है इसलिए सभी के मत का संरक्षण होना चाहिए…”

गृहमंत्री अमित शाह के बयान पर किया पलटवार

आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर कहा, “मैं बस यह जानना चाहता हूं कि बिहार में, जहां आपको पूरी बहुमत मिली, आपने कितने घुसपैठियों को पकड़ा है? घुसपैठियों के मुद्दे का इस्तेमाल अपने वोट बैंक को मज़बूत करने और दूसरों को बांटने का सबसे आसान तरीका है. आप कब तक घुसपैठियों के नाम पर चुनाव जीतना चाहते हैं…”